तिब्बतियों ने क्रांति दिवस पर निकाला कैंडिल मार्च, बौद्ध मंदिर में फहराया तिब्बती झंडा
तिब्बती क्रांति दिवस के 60 वीं वर्षगांठ पर रविवार को तिब्बती समुदाय एंव तिब्बती संस्थान के छात्र छात्राओं ने सारनाथ स्थित प्राचीन तिब्बती बौद्ध मंदिर में झंडारोहण के साथ मनाया गया।
वाराणसी, जेएनएन। तिब्बती क्रांति दिवस के 60 वीं वर्षगांठ पर रविवार को तिब्बती समुदाय एंव तिब्बती संस्थान के छात्र छात्राओं ने सारनाथ स्थित प्राचीन तिब्बती बौद्ध मंदिर में झंडारोहण के साथ मनाया गया। वहीं तिब्बत की आजादी के लिए आत्मदाह करने वाले तिब्बतियों की आत्मा की शांति के लिए भगवान बुद्ध की पूजा की। तिब्बती यूथ बुद्धिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में सुबह नौ बजे तिब्बती बौद्ध मंदिर में तिब्बत व भारत का राष्ट्र ध्वज फहराया गया। इसके बाद तिब्बत की आजादी के लिए न्यौछावर होने वाले तिब्बतियों को श्रद्धांजलि दी गयी।
तिब्बती सांसद द्वारा भेजे गए संदेशों को पढ़ा गया। इसके बाद मन्दिर में विश्व शांति के लिए विशेष प्रार्थना की गई। शाम 5 बजे केंद्रीय तिब्बती अध्ययन उच्च शिक्षा संस्थान से कैंडिल मार्च निकाला गया। यह मार्च हवेलिया, चौखंडी स्तूप, संग्रहालय होते सीधे मूलगंध कुटी बौद्ध मन्दिर की परिक्रमा कर वापस संस्थान पहुंचा। इस मौके पर डा. लोबसंग तेनज़िंग, डॉ. लक्पा छेरिंग, गेशे लोबसंग यमफेल, लोबसंग, शिदोंन सहित दर्जनों तिब्बती समुदाय के लोग शामिल थे।