अव्यवस्था : 'हवारहित' हैं शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप, बुनियादी सुविधाओं का अभाव
वाराणसी स्थित लंका से कैंट मार्ग हो या फिर शहर के अन्य मार्ग। आपको दर्जनों पेट्रोल पंप मिलेंगे लेकिन वहां पर ग्राहकों को मिलने वाली सुविधाओं का अभाव है।
वाराणसी, जेएनएन। लंका से कैंट मार्ग हो या फिर शहर के अन्य मार्ग। आपको दर्जनों पेट्रोल पंप मिलेंगे, डीजल-पेट्रोल भी मिलेगा। अब सोचिए कि लगे हाथ अपने वाहन में हवा भी भरवा लिया जाए, तो आप भूल ही जाएं। कारण, शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप पर मशीनें तो लगाई गई हैं, लेकिन उन्हें चलाने के लिए कर्मचारी ही नहीं हैं। पेट्रोल-डीजल में अब मुनाफा काफी कम हो गया है। संचालन अब कर्मियों की छुट्टी करने लगे हैं, जिसकी वजह से बुनियादी सुविधाओं को बनाए रखने में मुश्किल हो रही है। पेट्रोल पंप पर ईधन (पेट्रोल-डीजल) भरवाने के अलावा भी कुछ सेवाएं वाहनों एवं वाहन चालकों के लिए उपलब्ध करवाई जाती हैं, जिन्हें रखना हर पेट्रोल पंप के लिए अनिवार्य है। इन सेवाओं के बदले ग्राहकों को पैसे देने की भी बाध्यता नहीं होती है।
मुफ्त हवा : ग्राहकों को पेट्रोल पंप पर अपनी गाड़ियों के टायर में हवा भरवाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। हवा भरवाने और चेक कराने की यह सुविधा पूरी तरह निश्शुल्क है।
मुफ्त शौचालय : पेट्रोल पंप पर सभी के लिए मुफ्त स्वच्छ शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध होती है। यहा न सिर्फ स्वच्छता को महत्व दिया जाता है बल्कि सही तरीके से यहा लाइट और पानी की सुविधा भी दी जाती है। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब पेट्रोल पंप पर बने शौचालय का उपयोग सार्वजनिक शौचालय के रूप में भी किया जा सकता है।
फर्स्ट एड किट : सड़क दुर्घटना या हाईवे पर हादसा होने की स्थिति में आप पीड़ित के लिए नजदीकी पेट्रोल पंप से फर्स्ट एड किट ले सकते हैं। पेट्रोल पंप के कर्मियों की यह जिम्मेदारी भी है कि नियमित रूप से किट को अपडेट करते रहें और एक्सपायर्ड दवा को किट से निकाल दें।
क्वालिटी और क्वांटीटी चेक : अगर आप अपने वाहन के कम माइलेज देने से परेशान है या फिर इंजन में आए दिन आने वाली खराबी से तो इसकी एक वजह खराब डीजल और पेट्रोल भी हो सकती है। कस्टमर प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के अनुसार पेट्रोल पंप को फिल्टर पेपर स्टॉक में रखना होता है। अगर ग्राहक ईधन में मिलावट को जाचने के लिए फिल्टर पेपर की माग करता है तो पेट्रोल पंप इससे इनकार नहीं कर सकते। इसके लिए भी कोई शुल्क देय नहीं है। ऐसे करें मिलावट की जांच : पेट्रोल या डीजल की कुछ बूंदें फिल्टर पेपर पर डालें। यदि वो बिना निशान छोड़े तुरंत उड़ जाता है तो आप उसकी शुद्धता को लेकर निश्चिंत हो सकते हैं। वहीं फिल्टर पेपर पर एक निशान छोड़कर उड़ता है तो इसका मतलब पेट्रोल या डीजल में कुछ मिलावट है।
यहां करें शिकायत : बुनियादी सेवाओं के लिए मना किए जाने पर ग्राहक आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल के टोल फ्री कस्टमर केयर नंबर (आईओसीएल- 1800-2333-555, एचपीसीएल- 1800-2333-555 व बीपीसीएल- 1800-22-4344) पर संपर्क कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- पेट्रोल पंप संचालकों के लिए मानकों को पूरा करना अनिवार्य है। फिर भी सभी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। - दीपक वार्ष्णेय, जिला आपूर्ति अधिकारी।
-पेट्रोल-डीजल में पहले की तरह मुनाफा नहीं रह गया है। कर्मचारी भी कम किए गए हैं। बावजूद इसके मानकों का पूरा ध्यान दिया जाता है। - विनोद कुमार सिंह, अध्यक्ष-वाराणसी पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन।