काशी में सांड़ का आतंक, दो बुजुर्ग सहित बीस लोग घायल, इलाज के लिए पहुंचे ट्रामा सेंटर
जिले में साड़ों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा कुछ दिन बीतने के बाद ही लगातार आम नागरिकों के घायल होने की घटना सामने आ रही है।
वाराणसी, जेएनएन। जिले में साड़ों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। कुछ दिन बीतने के बाद ही लगातार आम नागरिकों के घायल होने की घटना सामने आ रही है। मामला मंगलवार को फिर सामने आया जब सुसुवाही इलाके में सुबह-सुबह टहलने के लिए निकले दो बुजुर्गों को सनकी सांड़ ने बुरी तरह घायल कर दिया। घायलों को उपचार के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया। ग्राम प्रधान ने बताया कि इसकी सूचना नगर निगम के अधिकारियों को पहले ही दे दी गई थी मगर वे दोपहर 12 बजे के बाद पहुंचे और इलाके में घूम रहे दो सांड़ों में से एक को पकड़ लिया।
सोमवार की शाम यह सांड़ सुसुवाहीं की सड़कों पर पहुंचा था। जहां उसने अब तक करीब 20 लोगों को घायल कर दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रात में इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई थी। यह सांड़ सड़कों पर आ जाने वाले राहगीरों को अपना निशाना बना रहा था। रात भर चले आतंकी खेल के बाद मंगलवार की सुबह सुसुवाही के पंचायत भवन के पास रहने वाली 55 वर्षिय चंद्रावती देवी जब टहलने निकली तब सांड़ ने उन्हें घायल कर दिया। चंद्रावती के परिवार वालों ने बताया कि वे प्रतिदिन सुबह बीएचयू में टहलने के लिए जाती हैं। घर से निकलकर कुछ दूर पहुंची ही थीं कि सांड़ ने उन्हें निशाना बना लिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। चंद्रावती के सिर और कान के मांशपेशियों में चोटें आईं हैं। बताया कि झटका लगने से 20 हजार रूपये के सोने का आभूषण भी कहीं गिर गया। इस घटना के कुछ ही मिनट बाद बीएचयू से टहल के लौट रहे सुसुवाही निवासी 80 वर्षिय बुजुर्ग श्याम सिंह को सांड़ ने अपना निशाना बना लिया।
सांड़ ने सींग में फंसाकर उछाला : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब वे सांड़ के समीप पहुंचे तो उन्हें सावधान किया गया, जिससे वे घबराकर भागने की कोशिश कर रहे थे कि इतने में सांड़ ने उनका पीछा कर उन्हें हवा में गेंद की तरह उछाल दिया। इसके बाद जमीन पर गिरते हीं उनका सिर फट पड़ा और वे खून से लथपथ हो गए। इसकी सूचना परिवार वालों को दी गई और इलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया। इस दौरान सांड़ सुसुवाही से होकर आने जाने वाले वाहनों को भी निशाना बना रहा था। दोपहर में नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और सांड़ को पकड़ा। इसके बाद सांड़ के आतंक से भयभीत लोगों ने चैन की सांस ली।