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सोनभद्र के ओबरा-सी की पहली इकाई का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट शुरू, एक सप्ताह में पूरा होगा परीक्षण

सोनभद्र के ओबरा में 660 मेगावाट की पहली इकाई के बॉयलर का हाइड्रो टेस्ट शुरू कर दिया गया है। संभावना है कि एक सप्ताह में हाइड्रो टेस्ट का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 07:00 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 07:00 PM (IST)
सोनभद्र के ओबरा-सी की पहली इकाई का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट शुरू, एक सप्ताह में पूरा होगा परीक्षण
सोनभद्र के ओबरा-सी की पहली इकाई का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट शुरू, एक सप्ताह में पूरा होगा परीक्षण

सोनभद्र, जेएनएन। जनपद की अभी तक सबसे ज्यादा लागत वाली 1320 मेगावाट क्षमता के ओबरा-सी परियोजना के कुछ हिस्सों के निर्माण में कोरोना संकट के बावजूद तेजी दिख रही है। 10400 करोड़ की लागत में शुरू हुए निर्माण कार्य में अब बड़े संकेत मिलने लगे हैं। प्रदेश की सबसे पुरानी ओबरा तापीय परियोजना के विस्तारीकरण के तहत बन रही ओबरा सी परियोजना के वह दिन करीब हैं जिसे तापीय इकाइयों के निर्माण में मील का पत्थर माना जाता है।

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निर्माण के तहत 660 मेगावाट की पहली इकाई के बॉयलर  का हाइड्रो टेस्ट शुरू कर दिया गया है। संभावना है कि एक सप्ताह में हाइड्रो टेस्ट का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद तय प्रक्रिया के तहत बॉयलर इंस्पेक्टर को जांच के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उसके बाद बॉयलर लाइटप की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। उत्तर प्रदेश उत्पादन निगम सहित ओबरा तापीय परियोजना के भविष्य के लिहाज से ओबरा-सी की पहली इकाई के बॉयलर हाइड्रो टेस्ट तक पहुंचने को बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक परीक्षण में ये साबित होगा कि बॉयलर में कोई लीकेज या अन्य कोई तकनीकी दोष न हो। इस दौरान सभी ज्वाइंट के साथ हवा के दबाब सहित तमाम तकनीकी जांच की जाएगी। 660 मेगावॉट क्षमता की पहली यूनिट के अक्टूबर 2021 तक और 660 मेगावॉट की दूसरी यूनिट के अप्रैल 2022 तक पूरे होने का अनुमान है। इससे पहले पिछले माह 275 मीटर ऊंची चिमनी के 269.48 मीटर कंक्रीट के बाहरी आवरण को तैयार करने में सफलता मिली थी।

ओबरा-सी निर्माण में आयी कई दिक्क्तें

दिसंबर 2016 से शुरू हुए ओबरा-सी के निर्माण में कई तरह की बाधाएं आती रही हैं। वार्षिक तौर पर मानसून के तीन महीनों में जहां काम में व्यवधान उत्पन्न होता रहा है वहीं कोरोना संकट के कारण भी पिछले पांच महीने में काफी दिक्क्तें आयी है। वर्तमान में भी ओबरा सी में दो दर्जन के करीब कोरोना संक्रमितों के पाए जाने के कारण मुख्य कार्यालय बंद रखा गया हुआ है। जिसके कारण कई हिस्सों में कामकाज ठप है। हालांकि महत्वपूर्ण तौर पर ब्वायलर निर्माण का कार्य नहीं रोका गया है। इससे पहले बीते मार्च महीने में ही हाइड्रो टेस्ट की तैयारी चल रही थी, लेकिन लाॅकडाउन के कारण इसे टाल दिया गया था। बहरहाल अब हाइड्रो टेस्ट शुरू होने पर परियोजना प्रशासन ने राहत की सांस ली है। 

ओबरा-सी के पहली इकाई के बॉयलर का हाइड्रो टेस्ट चल रहा है

ओबरा-सी के पहली इकाई के बॉयलर का हाइड्रो टेस्ट चल रहा है। एक सप्ताह में टेस्ट पूरा होने की संभावना है। उसके बाद बॉयलर इंस्पेक्टर को आमंत्रित किया जाएगा। मानसून सहित कोरोना संकट के कारण काम में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है फिर भी हमारा प्रयास है कि निर्माण कार्य समय से पूरा हो जाए।

-इ. पीसी अग्रवाल, महाप्रबंधक ओबरा सी।


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