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मीरजापुर में खेत से सब्जियां लाने जा रही महिलाओं से भरी नाव डूबी, हादसे के बाद सभी बचाए गए

विंध्याचल के शिवपुर रामगया घाट पर मंगलवार की सुबह नाव डूबने की घटना सामने आई है। नाव पर कुल 18 लोगोंं के लापता होने की प्रांभिक सूचना प्रशासन को प्राप्‍त हुई है। नाव पर 18 से 20 लोगों के बैठने की बात स्‍थानीय लोगों ने बतायी है।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 10:43 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 01:41 PM (IST)
मीरजापुर में खेत से सब्जियां लाने जा रही महिलाओं से भरी नाव डूबी, हादसे के बाद सभी बचाए गए
विंध्याचल के शिवपुर रामगया घाट पर मंगलवार की सुबह नाव डूबने की घटना सामने आई है।

मीरजापुर, जेएनएन। विंध्याचल के शिवपुर रामगया घाट पर मंगलवार की सुबह नाव डूबने की घटना सामने आने के बाद जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन हादसे के बाद स्‍थानीय मछुआरे अपनी अपनी नौका लेकर जान बचाने के लिए दौड़ पडे़े। वहीं हादसे के बाद जिला प्रशासन को भी सूचना दी गई तो प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ के साथ ही पुलिस की टीम भी जाल सहित पहुंच गई। हालांकि, कुछ लोग तैर कर तो कुछ लोगों को अन्‍य की मदद से पानी कम होने की वजह से बचाने में सफलता मिली और लोग समय रहते बचा लिए गए।जबकि सुरक्षा कारणों से दोपहर बाद भी निगरानी की जाती रही। लोगों की संख्‍या जांचने के अलावा किसी अन्‍य के भी लापता होने की आशंका के बीच परिजनों से भी पूछताछ भी की गई। 

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स्‍थानीय लोगों के अनुसार नाव पर लगभग डेढ दर्जन लोग सवार थे, हादसे के बाद लोगों के लापता होने की प्रांभिक सूचना प्रशासन को प्राप्‍त हुई तो 18 से 20 लोगों के नाव पर बैठने की बात स्‍थानीय लोगों ने बतायी। इसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। नाव में सवार सभी स्‍थानीय महिलाएं और लड़कियां थींं जो नाव से गंगा के दूसरे छोर पर मटर तोड़ने जा रही थींं। नाव नदी की धारा में पहुंचने के साथ ही जबतक लोगों को कुछ समझ आता तब तक नाव पानी में डूबने लगी। नाव से जान बचाने के लिए महिलाएं और युवतियां नदी में कूद गईं। पानी कम होने और लोगों की तत्‍परता की वजह से नौका पूरी तरह डूबने से पहले ही लोगों की सतर्कता से लोगों को बचा लिया गया। जबकि स्‍थानीय लोग तैरकर तुरंत ही नदी से बाहर आ गए। जबकि मौके पर पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही सभी सुरक्षित तरीके से नदी से बाहर आ गए।


नदी पार करने की विवशता

स्‍थानीय लोगों के अनुसार आस-आस के कई लोगों के खेत नदी के उस पार होने की वजह से लोग अक्‍सर खेतों में आने जाने के लिए नदी में नाव का ही सहारा लेते रहे हैं। इन दिनों सब्जियों की उपज हर दूसरे दिन तोड़ने के लिए ग्रामीण अक्‍सर सुबह नाव से नदी पार कर सब्जियां लाने जाते हैं। विंध्‍याचल क्षेत्र के शिवपुर रामगाय घाट क्षेत्र से दर्जन भर से अधिक महिलाएं और युवतियां नदी के दूसरे छोर पर नित्‍य की भांति मंगलवार को भी नाव से नदी पार कर सब्जियां तोड़ने जा रही थीं। अचानक नाव घाट से थोड़ी दूर जाकर हिचकोले खाने लगी तो नाव से चीख पुकार होने लगी। 

सब्जियों की खेती दे रही दुश्‍वारी

हादसे के बाद सभी बचे लोगों के अनुसार फसल के लिए उनको नदी पार कर जाने की मुसीबत झेलनी पड़ती है। इसी वजह से महिलाएं घर के काम निबटाकर नदी के उसपार खेती के लिए जाती हैं। इन दिनों खेत में मटर की फसल लगी होने से सभी तैयार मटर की फलियां तोड़ने के लिए जाती हैं। मंगलवार की सुबह भी मटर तोड़ने के लिए सभी नाव पर सवार होकर निकल ही रही थीं कि घाट से कुछ ही दूरी पर नाव में पानी भरने से वह डूब गई।


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