BHU में चंदे के लिए बिरला सी के छात्रों ने घंटे भर उमंग फार्मेसी बंद कराया, एमआर को दौड़ाकर पीटा
काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित बिरला सी छात्रावास में सरस्वती पूजा के चंदे को लेकर लगातार छात्रों द्वारा बवाल की खबरें आम हैं।
वाराणसी, जेएनएन। काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित बिरला सी छात्रावास में सरस्वती पूजा के चंदे को लेकर लगातार छात्रों द्वारा बवाल की खबरें आम हैं। बुधवार की सुबह 11.30 बजे बीएचयू अस्पताल परिसर स्थित उमंग फार्मेसी पर लगभग 15 की संख्या में पहुंचे छात्रों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। फार्मेसी के कर्मचारियों ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया जिसके बाद छात्रों ने बाहर से दवा काउंटर बंद करा दिया। थोड़ी देर बाद दवा कंपनी के एक एमआर ने कुछ पूछा तो उसको छात्र अंदर से बाहर लाए और दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। जहां मौके पर बीएचयू के सुरका कर्मी मूकदर्शक बने रहे। सूचना पर लंका पुलिस के पहुंचते ही चंदा मांगने आये छात्र खिसकने लगे। लंका पुलिस ने सीसीटीवी में कैद घटना के आधार पर उमंग फार्मेसी से तहरीर देने की बात कही।उमंग फार्मेसी ने एक लाख रुपये जबरदस्ती चंदा के नाम पर मांगने की लंका थाने पर तहरीर दी है। इसके पहले लंका के दवा की दुकानों और दुकानदारों से पर्ची देकर जबरदस्ती चंदा वसूल किया जा रहा है।
पूजा के अलावा किसी कार्यक्रम की अनुमति से मनाही
बीएचयू में कार्यक्रम के दौरान होने वाले हंगामे को लेकर प्रशासन पहले से ही काफी सतर्क है जिसके लिए प्रशासन ने बीएचयू को लिखित रूप से पूजा के अलावा अन्य कार्यक्रम के लिए मना कर दिया था। इंस्पेक्टर लंका भारत भूषण तिवारी और सीओ भेलूपुर ने सरस्वती पूजा को भी बिरला हॉस्टल के कैम्पस में कराने को कहा था लेकिन बीएचयू प्रशासन ने पूजा के अलावा कार्यक्रम की अनुमति बिरला के सामने वाले मैदान में करने की अनुमति दे दी। बड़ी बात यह है कि जिन वॉलंटियर्स का नाम आयोजक में दिया है आरोप है कि वही उमंग फार्मेसी चंदा वसूलने भी गए थे। बीएचयू चौकी प्रभारी अमरेंद्र पांडेय ने बताया कि बीएचयू की तरफ से कार्यक्रम के लिए फोर्स की जो अनुमति मांगी गई है उसमें भी बवाल की आशंका दिखाई गई है। इसके बाद भी इस तरह के आयोजन की अनुमति देना समझ से परे है।
चौकी प्रभारी ने बीएचयू प्रशासन को किया था आगाह
बीएचयू चौकी प्रभारी अमरेंद्र पांडेय ने बताया कि बीएचयू प्रशासन को पहले से ही कंस्ट्रक्शन का काम कराने वालों के साथ ही उमंग और सीसीडी जैसे जगहों पर सुरक्षा कर्मी लगाने की मांग की गई थी। इसके बावजूद किसी जगह सुरक्षा कर्मी नही लगाए गए। लोगों को यह बताया गया है कि जब छात्र दबाव बनाने आएं तो कंट्रोल रूम को सूचना दीजिए।
चंदा नही अब वसूली का धंधा
बीएचयू परिसर में होने वाले कार्यक्रम के लिए पहले से यहां और आसपास के दुकानदार चंदा स्वेच्छा से देते थे लेकिन इधर कुछ सालों से इसे धंधा बना लिया गया और मनमाने तरीके से पर्ची छपवाकर चंदा के नाम पर जबरदस्त वसूली की जा रही है। ट्रामा सेंटर में कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे ठेकेदार और कंपनी से एक लाख की मांग की गई जिसके बाद लोगों ने पुलिस की शरण ली तब जान बची। एक अन्य कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले ठेकेदार से भी इसी तरह रंगदारी जैसे मांग की गई जिसका ऑडियो भी वायरल हुआ। लंका स्थित दुकानों से चंदे को लेकर बवाल के बाद दुकानदारों ने दुकान बंद कर प्रदर्शन शुरू किया। दुकानदारों का कहना है कि दर्जन भर लड़के आकर मनमानी पर्ची काटकर प्रताड़ित कर रहे हैं और पुलिस की भी धमकी देते हैं।