kashi hindu university : पहले दिन प्रवेश परीक्षा में 60 हजार छात्रों ने आजमाई किस्मत
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सत्र 2019-20 के स्नातक व स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश को लेकर परीक्षा का दौर मंगलवार से शुरू हो गया।
वाराणसी, जेएनएन। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सत्र 2019-20 के स्नातक व स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश को लेकर परीक्षा का दौर मंगलवार से शुरू हो गया। पहले दिन बीकॉम, एलएलबी, बीएड, एमए, एमएससी व एमपीएड के 65242 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से करीब 90 फीसद से अधिक ने परीक्षा दी। देशभर के 45 शहरों में 14 मई से प्रवेश परीक्षा पेन-पेपर मोड (ओएमआर आधारित) और 115 शहरों में सीबीटी (कंप्यूटर आधारित) मोड पर आयोजित की जा रही है।
पहले दिन बीएचयू में दो सत्र में परीक्षा का आयोजन किया गया। प्रथम सत्र में सुबह 9 से 11.30 बजे तक बीकॉम और एलएलबी कोर्स के लिए परीक्षा हुई। बीएचयू परिसर व परिसर के बाहर परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दूसरे सत्र में दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक परीक्षा चली। सबसे अधिक बीकॉम पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 30,624 अभ्यर्थी और सबसे कम एलएलबी पाठ्यक्रम के लिए 10,092 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। प्रवेश परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए विवि की टीम लगातार केंद्रों का निरीक्षण करती रही। इस दौरान प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य भी दौरा करते रहे। कई स्थानों पर लगाए गए थे टेंट परिसर में प्रवेश परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों व उनके परिजनों के बैठने के लिए कई स्थानों पर टेंट लगाकर कुर्सी लगाई गई थी। अभ्यर्थियों के परीक्षा से आने तक परिजन टेंट में ही रुके रहे।
गर्मी ने किया बेहाल
परीक्षा केंद्रों के बाहर बैठे परिजन घंटों उमस व गर्मी से बेहाल दिखे। धूप से बचने के लिए पेड़ की छांव का सहारा लेना पड़ा। इस दौरान कई केंद्रों के बाहर वे पानी के लिए भी परेशान रहे। - अभ्यर्थियों को केंद्र तक ले जाने को लगी थी बस बीएचयू गेट से परिसर में बने केंद्रों तक अभ्यर्थियों को ले जाने के लिए मुफ्त में बस सेवा की व्यवस्था की गई थी। परिसर में प्रवेश करते ही अभ्यर्थियों को बस से परीक्षा केंद्रों तक छोड़ा गया। इसके अलावा परिसर में हर चौराहे पर अभ्यर्थियों को केंद्रों की जानकारी देने के लिए सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया था।
बोले विद्यार्थी
बीकॉम की प्रवेश परीक्षा में गणित के प्रश्न कठिन आए थे। वैसे अन्य सभी प्रश्न 11वीं व 12वीं के सिलेबस से आए थे। इस लिए पेपर अच्छा गया है। - आयुषी कुमारी (बीकॉम), चितईपुर, वाराणसी।
सभी सवालों का जवाब दिया है। पेपर अच्छा आया था इसलिए कोई खास परेशानी नहीं हुई। समय से पहले ही पेपर हल कर दिया था। - दिलीप कुमार (बीकॉम), कमच्छा, वाराणसी।
सांख्यिकी के कई सवालों ने उलझा दिया था। उसमें अधिक समय गया। अर्थशास्त्र के प्रश्न भी थोड़े कठिन आए थे इसलिए समय अधिक लगा। - आशुतोष कुमार (बीकॉम), सासाराम, बिहार।
वाणिज्य के कई सवाल कठिन थे। इसके अलावा गणित व अर्थशास्त्र के सभी प्रश्न आसान आए थे। कुल मिलाकर पेपर अच्छा गया। - दीक्षा हिमानी (बीकॉम), महमूरगंज, वाराणसी।
गणित के सवालों ने थोड़ी देर के लिए उलझाए रखा। इसमें समय अधिक लगा। अर्थशास्त्र समेत अन्य सभी प्रश्न आसान आए थे। - सृष्टि यादव (बीकॉम), वाराणसी।
प्रवेश परीक्षा छूटते ही लगा भीषण जाम
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर की प्रवेश परीक्षा देने के लिए मंगलवार को हजारों अभ्यर्थी बीएचयू परिसर पहुंचे। सुबह 11 बजे के बाद बीएचयू के विभिन्न संकायों से प्रवेश परीक्षा देने के बाद हजारों अभ्यर्थियों की भीड़ से परिसर में जाम लग गया। स्थिति यह रही की परिसर में मधुबन से लेकर महिला महाविद्यालय, सिंहद्वार, लंका आदि स्थानों तक पैदल चलना भी मुश्किल था। ऐसे में दोपहर 12.30 बजे तक लोग जाम से जूझते रहे। बीकॉम की प्रवेश परीक्षा में 30 हजार से अधिक अभ्यर्थी पंजीकृत थे। सुबह 11.30 बजे परीक्षा छूटते ही हजारों अभ्यर्थियों व उनके परिजनों की भीड़ से जाम की स्थिति और विकट हो गई। वहीं दूसरे पाली में दोपहर तीन बजे भी हजारों अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए। शाम पांच बजे के बाद प्रवेश परीक्षा छूटते ही हजारों अभ्यर्थियों की भीड़ सिंहद्वार की तरफ बढ़ी। ऐसे में एक बार फिर लंका चौराहे पर घंटों जाम लगा रहा।
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