बीएचयू में 18 से 21 जुलाई तक नई शिक्षा नीति की दिशा तय करेंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
वैश्विक चुनौतियों के मद्देनजर देश की नई शिक्षा नीति तैयार की जा रही है। इसकी दिशा व दशा तय करने के लिए बीएचयू में विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों की जुटान होगी।
वाराणसी, जेएनएन। वैश्विक चुनौतियों के मद्देनजर देश की नई शिक्षा नीति तैयार की जा रही है। इसकी दिशा व दशा तय करने के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय में विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों की जुटान होगी। केंद्रीय व राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति 18 से 21 जुलाई तक शिक्षा क्षेत्र में गुणात्मक बदलाव व आधुनिक जरूरतों के मद्देनजर बीएचयू मंथन करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक मिशन के तहत इस सम्मेलन का आयोजन बीएचयू का स्कूल ऑफ एजुकेशन कर रहा है। इसमें देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों व संस्थानों के लगभग कुलपति व निदेशक हिस्सा लेंगे। साथ ही छह पूर्व कुलपति व एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष विभिन्न विषयों पर अपने अनुभव साझा करेंगे। सम्मेलन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 के प्रारूप, गुणवत्ता निर्धारण, उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीय पैमाना, विविधता व समावेशन, छात्र सहयोग कार्यक्रम, प्लेसमेंट, छात्र समस्या आदि मुद्दों पर चर्चा होगी। साथ ही प्रतिभागियों में बदलते शैक्षणिक परिवेश के मुताबिक नेतृत्व क्षमता विकसित करने पर भी जोर दिया जाएगा।
इनकी होगी खास उपस्थिति : सम्मेलन में बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह, प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी, प्रो. वाईसी सिम्हाद्री सहित प्रो. कमलेश पी जोशीपुरा-पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विवि, प्रो. जीएस परासर- पूर्व कुलपति नागपुर विवि, प्रो. गिरीश्वर मिश्रा- पूर्व कुलपति महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय ङ्क्षहदी विवि वर्धा, प्रो. आरपी दास- कुलपति बेहरमपुर विवि-ओडिशा, प्रो. नागेश्वर राव- कुलपति इग्नू नई दिल्ली आदि शामिल होंगे।