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बीएचयू ; सर सुंदरलाल अस्पताल व ट्रामा सेंटर के रेजीडेंट्स हड़ताल पर होने से चिकित्सीय सेवा चरमराई

काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल व ट्रामा सेंटर के रेजिडेंट्स सोमवार को हड़ताल पर रहे। चिकित्सीय सेवा भी प्रभावित हुई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 10:35 PM (IST)
बीएचयू ; सर सुंदरलाल अस्पताल व ट्रामा सेंटर के रेजीडेंट्स हड़ताल पर होने से चिकित्सीय सेवा चरमराई

वाराणसी, जेएनएन। काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल व ट्रामा सेंटर के रेजिडेंट्स सोमवार को हड़ताल पर रहे। इस कारण न सिर्फ दूर-दूराज के मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा, बल्कि चिकित्सीय सेवा भी प्रभावित हुई।

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बीएचयू अस्पताल की ओपीडी खुली, पर्चा काउंटर भी खुला। पर्ची भी काटी गई, लेकिन रेजीडेंट्स के हड़ताल पर चले जाने से पूर्वांचल सहित बिहार व मध्य प्रदेश के बहुत से मरीज बिना इलाज कराए ही निराश होकर लौटना पड़ा। हालांकि कुछ ओपीडी में वरिष्ठ चिकित्सकों ने बैठकर मरीजों को देख, लेकिन भीड़ का दबाव अधिक होने से वह भी सभी मरीज को देखने में असमर्थ रहे। जांच काउंटर से लेकर एक्सरे ऑपरेशन थिएटर सब खाली पड़े थे। बहुत से मरीजों का सोमवार को होने वाला ऑपरेशन टाल दिया गया। रविवार को स्पेशल वार्ड के नजदीक अज्ञात हमलावरों ने दो रेजीडेंट को मारपीट कर जख्मी कर दिया था। मामले में पीडि़तों की शिकायत के आधार पर विवि प्रशासन ने लंका थाने में पांच अज्ञात के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराया था। बावजूद इसके सोमवार को रेजीडेट्स हड़ताल पर चले गए। इस दौरान इमरजेंसी, आइसीयू व लेबर रूम की ही सेवाएं बहाल रहीं।

'सेफ वर्किंग कंडीशन' की मांग

अस्पताल परिसर स्थित डाक्टर्स लाउंज में सुबह 8:30 बजे रेजीडेंट्स की बैठक हुई। इसमें आरोपियों की पहचान व उनकी गिरफ्तारी, अस्पताल के महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने, पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ ही 'सेफ वर्किंग कंडीशन' की मांग रखी गई। निर्णय लिया गया कि मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी। इसके बाद रेजीडेंट ने 9. बजे मार्च निकालकर ओपीडी एरिया में पहुंचे और डाक्टरों से समर्थन मांगा। उधर, घटना के विरोध में शाम को रेजीडेंट्स ने चिकित्सा विज्ञान संस्थान के गेट से कैंडल मार्च निकाला, जो सिंह द्वार होता हुआ वापस वीसी लॉज पहुंचकर समाप्त हुआ।


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