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बेस्ट यूनिवर्सिटी सर्वे 2021 : रैंकिंग में बीएचयू को मिला दूसरा स्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय को पछाड़ा

बेस्ट यूनिवर्सिटी सर्वे 2021 की रैंकिंग में बीएचयू को अखिल भारतीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल हुआ है। टॉप मल्टीडिसिप्लिनेरी यूनिवर्सिटी में पहली रैंकिंग जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली को मिली है। तीसरे स्थान पर दिल्ली यूनिवर्सिटी चौथे पर कोलकाता स्थित जाधवपूर यूनिवर्सिटी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 12:20 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 01:04 PM (IST)
बेस्ट यूनिवर्सिटी सर्वे 2021 की रैंकिंग में बीएचयू को अखिल भारतीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल हुआ है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। बेस्ट यूनिवर्सिटी सर्वे 2021 की रैंकिंग में बीएचयू को अखिल भारतीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल हुआ है। टॉप मल्टीडिसिप्लिनेरी यूनिवर्सिटी में पहली रैंकिंग जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली को मिली है। जिसके कुल 749 अंक दर्ज किए गये हैं, वहीं बीएचयू एक हजार में से 727 अंकों के साथ इस रैंकिंग में दूसरा स्थान बनाने में सफल हुआ है।

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तीसरे स्थान पर दिल्ली यूनिवर्सिटी, चौथे पर कोलकाता स्थित जाधवपुर यूनिवर्सिटी और पांचवें पर यूनिवर्सिटी आफ हैदराबाद स्थित है। बता दें कि पिछले वर्ष भी बीएचयू इस सर्वे में दूसरी रैंकिंग पर ही था। मगर उस समय अंक 802 था। कोविड के चलते देश की सभी यूनिवर्सिटी के अंकों में कमी आई है। यूजीसी द्वारा प्रमाणित का द वीक-हंसा रैंकिंग को काफ़ी बेहतर माना जाता है। इस रैंकिंग के पैरामीटर में पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएट अध्यापन के साथ ही क्लासरूम फैसलिटी, रिसर्च, कैंपस प्लेसमेंट और बेहतर फैकल्टी को तवज्जो दिया जाता है। बीएचयू को इन सभी पैरामीटर में हमेशा से बेहतर अंक मिलते रहे हैं। बता दें कि हाल ही में आए क्यूएस रैंकिंग में बीएचयू को शीर्ष एक हजार संस्थानों से बाहर का रास्ता दिखा दिया था ऐसे में यह उपलब्धि बीएचयू को राहत प्रदान करती है।

भारतीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग : सेंटर फार वर्ल्ड यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में बीएचयू को 856वां स्थान

इस साल जून माह में वैश्विक विश्वविद्यालयों की रैंकिंग करने वाली सेंटर फॉर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (सीडब्ल्यूयूआर) में बीएचयू को 856वीं रैंक मिली है। यह एकमात्र एकेडमिक रैंकिंग प्रकाशित करने वाली संस्था है, जो सर्वेक्षण और विश्वविद्यालय डेटा सबमिशन पर भरोसा किए बिना ,शिक्षा की गुणवत्ता, पूर्व छात्रों के रोजगार, संकाय की गुणवत्ता और अनुसंधान प्रदर्शन का आकलन करती है। इस विश्व रैंकिंग में 19788 संस्थानों में से केवल 2000 संस्थानों को ही रैंकिंग प्रदान की गई है।

सीडब्ल्यूयूआर विश्व के विश्वविद्यालयों को रैंकिंग प्रदान करने के लिए चार क्षेत्रों में समूहीकृत सात उद्देश्य और मजबूत संकेतकों का उपयोग करता है। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता अर्थात विश्वविद्यालय के उन पूर्व छात्रों की संख्या, जिन्होंने विश्वविद्यालय में शैक्षणिक विशिष्टताएं हासिल की हैं। पूर्व छात्र रोजगार में विश्वविद्यालय के उन पूर्व छात्रों की संख्या मापी जाती है, जिन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शीर्ष कार्यकारी पदों पर कार्य किया है। तीसरा संकाय की गुणवत्ता यानी कि प्रमुख शैक्षणिक विशिष्टताएं हासिल करने वाले संकाय सदस्यों की संख्या से मापी जाती है। चौथा अनुसंधान प्रदर्शन है जिसमें कुल शोध पत्रों की कुल संख्या का आकलन किया जाता है। वहीं पांचवां पैरामीटर उच्च गुणवत्ता वाले प्रकाशन, शीर्ष स्तरीय पत्रिकाओं में प्रदर्शित होने वाले शोध पत्रों की संख्या से मापा जाता है। छठवां प्रभाव, इसका अर्थ यह है कि अत्यधिक प्रभावशाली पत्रिकाओं जिसमें विश्वविद्यालय के शोध प्रकाशित हुए हों। सातवां उद्धरण जिसका अर्थ है कि विश्वविद्यालय में अत्यधिक कितने शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं।


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