छेड़छाड़ प्रकरण : बीएचयू में छात्राओं से जान-बूझकर 'गंदी बात' करते थे 'चौबे जी'
वाराणसी के जंतु विज्ञान विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्राओं के साथ शैक्षणिक टूर में छेड़खानी के मामले में आइसीसी ने जांच रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी है।
वाराणसी, जेएनएन। जंतु विज्ञान विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्राओं के साथ शैक्षणिक टूर पर छेड़-छाड़ प्रकरण में आइसीसी ने जांच पूरी कर रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में सारे आरोप सही पाए गए हैं। इस रिपोर्ट में यह बात भी साबित हुई कि छात्राओं से 'गंदी बात' करना, उन्हें गलत इरादे से छूना प्रो. एसके चौबे की पुरानी आदत रही है। इसकी पहले भी मौखिक शिकायतें होती रहीं हैं, मगर लिखित शिकायत के अभाव में हर बार वो बचकर निकल जाते थे। जांच को प्रभावित करने के इरादे से पीड़ित छात्रा के परिजनों पर आरोपित प्रोफेसर के पक्ष में दबाव भी बनाया गया।
पूरी कक्षा की ओर से आरोप लगाने का पहला मामला : बीएचयू में प्रोफेसर द्वारा छात्राओं-सहकर्मियों संग अश्लील हरकत की शिकायतें पहले भी आ चुकी हैं, जिनमें कठोर दंड भी दिए गए। चिकित्सा विज्ञान संस्थान के बाल-रोग विशेषज्ञ प्रो. बीडी भाटिया को एक महिला रेजिडेंट से अश्लील हरकत करने के मामले में सेवानिवृत्ति दे दी गयी थी। मगर यह पहला मामला है कि जब पूरी की पूरी कक्षा ने किसी प्रोफेसर पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया हो और इसकी लिखित शिकायत की हो कि के पढ़ाते समय भी भद्दे कमेंट्स करते हैं। कई बार की पूछताछ के बाद भी छात्र-छात्रा अपने आरोपों को लेकर अडिग रहे। कुल मिलाकर इस बार प्रोफेसर पर लगाए गए आरोप को लेकर एक बार फिर बीएचयू में माहौल गरम नजर आ रहा है। ऐसे में इस मामले में जांच भी बड़ी बारीकी से की जा रही है।