ट्रांसफार्मर की कीमत करीब 10.5 करोड़, व्हाइट एसी जलने से हुआ था हादसा, जांच शुरू
उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से डुबकिया स्थित 440 केवी पारेषण उपकेंद्र की क्षमता 1315 एमवीए की गई।
वाराणसी, जेएनएन। भीषण गर्मी में भी उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से डुबकिया स्थित 440 केवी पारेषण उपकेंद्र की क्षमता 1315 एमवीए की गई। पिछले सप्ताह 500 एमवीए के ट्रांसफार्मर लगाने के बाद यह उपलब्धि हासिल हुई थी। इसकी कीमत करीब 10.5 करोड़ बताई जा रही है, जो पांच साल के गारंटी अवधि में भी है। इससे पहले प्रदेश में सबसे अधिक नोएडा स्थित उपकेंद्र की क्षमता 1630 एमवीए है। सूत्र बता रहे हैं कि आग की यह घटना व्हाइट एसी के जलने से हुई।
कुछ साल पहले इस ट्रांसफार्मर को भोपाल से मंगाया गया था, जिसे बीएचईएल कंपनी ने बनाया था। ट्रांसमिशन के अधीक्षण अभियंता विनीत रस्तोगी ने बताया ट्रांसफार्मर में आग कैसे लगी इसकी जांच कराई जाएगी। प्राथमिक तौर पर पता चला है कि व्हाइट एसी के जलने से यह हादसा हुआ है। 500 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर अधीक्षण अभियंता रस्तोगी बताते हैं कि इस उपकेंद्र में 315 एमवीए के दो और 500 एमवीए का एक ट्रांसफार्मर था। इसकी क्षमता वृद्धि करते हुए 315 एमवीए का एक और 500 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर कर दिए गए।
डुबकिया उपकेंद्र में अनपरा पावर हाउस से बिजली आती है। इसके बाद यहां से वाराणसी के साथ ही गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, आजमगढ़ और मऊ के पावर ग्रिड में बिजली सप्लाई की जाती है। 12.5 करोड़ खर्च पारेषण के अधिशासी अभियंता रामानांद चौहान ने बताया कि उक्त ट्रांसफार्मर की कीमत करीब 10.5 करोड़ है। हालांकि इसको लगाने तक यह खर्च 12.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।
अधिक क्षमता वाले उपकेंद्र
1630 : एमवीए की क्षमता नोएडा
1315 : एमवीए की क्षमता वाराणसी
1100 : एमवीए की क्षमता लखनऊ