पूर्वाचल में भारत बंद का आंशिक असर, प्रशासन चुस्त
वाराणसी : एससीएसटी कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के समर्थन में कुछ राजनीतिक संगठनों की
वाराणसी : एससीएसटी कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के समर्थन में कुछ राजनीतिक संगठनों की ओर से घोषित भारत बंद का पूर्वाचल के कई जिलों में आशिक असर रहा। प्रमुख बाजार खुले रहे तो कहीं सन्नाटा पसरा रहा। बलिया के रेवती में दुकान बंद कराने को लेकर व्यापार मंडल के अध्यक्ष व बंद समर्थकों में सुबह तनातनी हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बंद समर्थकों को खदेड़ दिया। इसके बाद बाजार सामान्य तौर पर खुले रहे। वहीं बलिया में ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कसेसर में दुकानें बंद करा दी। विवाद की स्थिति होने पर आधा घटा भीमपुरा-नगरा मार्ग जाम रहा। इस दौरान वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वहीं सहतवार में कुछ दुकानों को छोड़कर अधिकतर दुकानें बंद रहीं। यहा किसी संस्था या संगठन द्वारा दुकान बंद नही कराई गई। वहीं बलिया के ही गड़वार थाना क्षेत्र के चोगड़ा बाजार में भारत बंद के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जबरन दुकानें बंद करा दीं। विरोध करने पर दुकानदार पिंटू वर्मा व संजय वर्मा की पिटाई भी की।
जौनपुर जिले में अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के तत्वाधान में भारत बन्द के समर्थन में उच्च न्यायालय द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम 1986 में गिरफ्तारी में रोक सम्बन्धी आदेश के समर्थन में जिलाधिकारी को पदाधिकारी पत्रक देने पहुचे
आजमगढ में क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान मे मेहनगर में एसडीएम को लोगों ने पांच सूत्रीय ज्ञापन दिया। हालांकि पुलिस दिनभर चारों तरफ मुस्तैद रही और नगरीय क्षेत्र में दुकानें खुली रहीं।
पूर्वाचल में बंद का आंशिक असर दिखा मगर रेलगाड़ियां प्रभावित रहीं। इसका कारण बिहार में रेल पटरियों को जाम करने से पटना-मुगलसराय रूट की ट्रेनें प्रभावित होना रहा। इसकी वजह से दिलदारनगर में एर्नाकुलम एक्सप्रेस कई घटे तक खड़ी रही। वाराणसी में भी दोपहर बाद कुछ संगठनों ने विरोध के दौरान दुकानें बंद कराने का प्रयास किया मगर सफल नहीं हो सके। जबकि पूर्वाचल के मामूली विरोध के बीच अन्य जिलों में स्थिति सामान्य बनी रही।