फीडबैक में कई नगर निगमों को पछाड़ा बनारस, आठ दिन में दो लाख लोगों ने दी स्वच्छता पर राय
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रैंकिंग में स्थान बनाने के लिए इस बार नगर निगम के कर्मचारियों ने फीडबैक लेने में कई नगर निगमों को पछाड़ दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रैंकिंग में स्थान बनाने के लिए इस बार नगर निगम के कर्मचारियों ने फीडबैक लेने में कई नगर निगमों को पछाड़ दिया है। आठ दिन पहले तक नगर निगम केवल प्रयागराज से आगे चल रहा था। शुक्रवार को अंतिम दिन गोरखपुर, मुरादाबाद और मेरठ को पछाड़ दिया है। अब नगर निगम फीडबैक लेने में लखनऊ, आगरा और कानपुर के बाद दिख रहा है।
22 जनवरी को नगर निगम जहां केवल 8948 लोगों से फीडबैक लिया था वहीं 31 जनवरी को 218785 लोगों ने स्वच्छता का फीडबैक दिया। गौरतलब है कि नगर आयुक्त ने 90 वार्डों में स्वच्छता सर्वे के लिए इतने ही नोडल अधिकारियों को तैनात किया था। जिन्हें लोगों से स्वच्छता फीडबैक लेना था। उधर, गंगा किनारे के 14 वार्डों में स्वच्छता का सर्वे करने आई दो सदस्यीय टीम शुक्रवार को दिल्ली वापस हो गई। टीम ने गंगा घाट और उसके आसपास के वार्डों के मोहल्लों में लोगों ने कूड़ा उठान और डस्टबीन के रखरखाव के बारे में जानकारी ली।
पिछली बार अंतिम स्थान पर था बनारस
वर्ष 2019 के स्वच्छता सर्वेक्षण में गंगा किनारे के 24 शहरों में नगर निगम सबसे अंतिम स्थान पर था। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि इस बार कोशिश है कि पहले स्थान पर गंगा किनारे के शहरों में नगर निगम हो।
31 जनवरी तक नगर निगमों को मिले फीडबैक
नगर निगम फीडबैक
बनारस 218785
प्रयागराज 5116
आगरा 1110484
गोरखपुर 41039
कानपुर 452533
लखनऊ 1234706
मुरादाबाद 19395
मेरठ 20393