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गंगा चलीं मझधार : शहर के लोग हो जाइए सावधान, किनारा छोड़ रहीं गंगा Varanasi News

नगर के बड़े इलाकों में जल संकट गहरा सकता है क्योंकि गंगा जल स्रोत से ही पुराने बनारस के 14 वार्डो में करीब पाच से छह लाख की आबादी के लिए पेयजल की आपूर्ति होती है।

By Edited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 01:20 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 02:19 PM (IST)
गंगा चलीं मझधार : शहर के लोग हो जाइए सावधान, किनारा छोड़ रहीं गंगा Varanasi News
गंगा चलीं मझधार : शहर के लोग हो जाइए सावधान, किनारा छोड़ रहीं गंगा Varanasi News

वाराणसी, जेएनएन। वर्तमान में गंगा का जल स्तर तेजी से घट रहा है। ऐसे में नगर के बड़े इलाकों में जल संकट गहरा सकता है क्योंकि गंगा जल स्रोत से ही पुराने बनारस के 14 वार्डो में करीब पाच से छह लाख की आबादी के लिए पेयजल की आपूर्ति होती है। इसके लिए भदैनी में लिफ्ट लगा है जहां से गंगा का पानी लिफ्ट कराकर भेलूपुर में ट्रीट कर पेयजल उपलब्ध कराया जाता है। गंगा के घटाव का हाल यह है कि नदी के बीच में कई स्थानों पर बालू के ढूहे निकल आएं हैं। कई घाटों से गंगा दूर जा चुकी हैं। भदैनी में लगे पंप के मापक यंत्र में गंगा का जल स्तर 191.5 फीट है जबकि लाल निशान 188 फीट पर लगा है।

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लाल निशान पर पहुंचते ही गंगा का पानी लिफ्ट कराना संभव नहीं होगा। इससे परिस्थिति और गंभीर होने वाली है। शिव की अविनाशी काशी में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। ऊपरी इलाकों में लोगों के कंठ सूख रहे हैं। जल कल विभाग पानी की निर्बाध आपूर्ति कराने को लेकर युद्धस्तर पर जुटा हुआ है। नगवां, रविदास गेट प्रफुल्ल नगर कालोनी, अस्सी, खोजवां, नरिया, चौक के अधिकतर मुहल्ले, लक्ष्मीकुंड, दनियालपुर, कोनिया, जानकी नगर ककरमत्ता, इंदिरा नगर चितईपुर, संजय नगर पहाड़िया आदि इलाकों में पानी के लिए लोग त्राहिमाम कहने लगे हैं। सुबह-शाम जल कल का कंट्रोल रूम घनघना रहा है। शिकायतों पर जलकल विभाग ने जोनवार अभियान चलाकर पानी टैंकर और अतिरिक्त जलापूर्ति करने की कोशिश में जुटा हुआ है। ट्यूबवेल और ओवरहेड में आई तकनीकी खराबी को दूर कराया जा रहा है। फिर भी एक पखवारे से बिगड़े हालात इधर सप्ताह तक सुधरने वाले नहीं है।

यहां होती है गंगा जल की आपूर्ति : भदैनी में पांच पंप लगे हैं जिससे रोजाना 145 एमएलडी पानी लिफ्ट कराकर भेलूपुर भेजा जाता है जहां से पानी का शोधन कर गंगा किनारे 14 मुहल्लों के अलावा भेलूपुर, खोजवां, लंका, सिगरा तक आपूर्ति की जाती है। वहीं गंगा जल स्रोत से वरुणापार में भी पेयजल आपूर्ति की योजना बनी है जिसका ट्रायल जारी है।

लीकेज व दूषित पेयजल की समस्या चौक के अधिकतर मुहल्ले सहित नरिया, नगवां, खोजवां, सरायनंदन, जिवधीपुर, बजरडीहा, लक्ष्मीकुंड, दनियालपुर में पानी की आपूर्ति कुंद रफ्तार से हो रही है। दनियालपुर, सरैया, नक्खीघाट, कोनिया, पहाड़िया आदि कई आसपास इलाकों में दूषित पानी की सप्लाई की जा रही है।

नगरीय पेयजल प्रबंधन 145 एमएलडी प्रोडक्शन गंगा वाटर से 155 एमएलडी प्रोडक्शन वाटर ट्यूवेल और ओवर हेड टैंक से 60 एमएलडी वाटर अन्य सोर्स से प्रोडक्शन 360 कुल एमएलडी वाटर का है प्रोडक्शन 30 से 35 एमएलडी वाटर लीकेज व अवैध कनेक्शन से बर्बाद 276 एमएलडी वाटर की खपत है शहर में 92 परसेंट वाटर एलपीसीडी 20 टैंकर है जल कल के

पानी बर्बादी पर करें शिकायत -जलकल कंट्रोल रूम 8935000976

'दैनिक जागरण' आपके साथ यदि आप जल बचाने के लिए अभिनव पहल कर रहे हैं तो 'दैनिक जागरण' से वाट्स एप नंबर 7705994433, 9415202667 व मेल varanasi@vns.jagran.com पर साझा कर सकते हैं। इस पते पर पानी बर्बादी की फोटो भी साझा कर सकते हैं जिस समस्या को जलकल विभाग के माध्यम से निस्तारित कराने की कोशिश की जाएगी।

यहां से जागरण को मिली शिकायतें -कंदवा चितईपुर स्थित एमपी मेमोरियल स्कूल के पास जल निगम का पाइप फटा है। रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा।

-रोहनिया पुलिस स्टेशन के वॉटर टैंक से रोजाना एक घंटे तक पानी ओवरफ्लो करता है।

-गुरुधाम चौराहे के पास पाइप लीकेज है।

-ईश्वरगंगी पोखरे की सड़क को धोने के लिए रोज एक व्यक्ति हजारों लीटर पानी बर्बाद करता है।

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