Azamgarh Helicopter Crash : एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूटते ही गहराई अनहोनी की आशंका
Azamgarh Helicopter Crash आजमगढ़ के फरीदुद्दीनपुर कोलपुर कुशहा गांव में दुर्घटनाग्रस्त विमान कुछ देर ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) वाराणसी के संपर्क में रह सका था। एटीसी से पॉयलट का संपर्क टूटने के बाद ही अधिकारियों में अनहोनी की आशंका गहरा गई थी।
आजमगढ़, जेएनएन। सरायमीर के फरीदुद्दीनपुर कोलपुर कुशहा गांव में दुर्घटनाग्रस्त विमान कुछ देर ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) वाराणसी के संपर्क में रह सका था। एटीसी से पॉयलट का संपर्क टूटने के बाद ही अधिकारियों में अनहोनी की आशंका गहरा गई थी। कलेक्टर को इत्तला देने के बाद बचाव में कुछ किया जाता, विमान मलबे में बदल चुका था। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी अमेठी से टीम जांच के लिए घटनास्थल को रवाना हो चुकी है।
क्या है एटीसी
एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) ही उड़ान भरने के दौरान पायलटों को जरूरी मदद उपलब्ध कराता है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी अमेठी का टू-सीटर विमान वाराणसी परिक्षेत्र में पहुंचते ही एटीसी के संपर्क में आ गया था, लेकिन कुछ देर बाद ही उसका संपर्क विमान से टूट गया। विमान का लोकेशन मिलना बंद हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों ने आजमगढ़ के कलेक्टर से संपर्क भी साधकर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। जिलाधिकारी कुछ करते, विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुका था। एटीसी से संपर्क बने रहने पर हादसे को टाला जा सकता था। मसलन, पॉयलट जरूरी निर्देशों का पालन करके खुद की जान बचा सकता था।
अकादमी से पहुंच रही टीम
हादसे की सूचना के बाद अकादमी से टीम रवाना हो चुकी है। विशेषज्ञों के पहुंचने एवं जांच के बाद ही घटना की वजहों से पर्दा उठ सकेगा। फिलहाल हादसे के पीछे मौसम की दुश्वारी ही एक ही वजह पूरे दिन सुर्खियों में बनी रही।विमान से संपर्क टूटने की जानकारी दिन में मिली थी। मैसेज को सर्कुलेट किया जाता, उससे पूर्व ही हादसे की सूचना आ गई थी। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी के अधिकारियों से बात हुई है। उनकी टीम आ रही है, जिसके बाद ही हादसे की वजह स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस घटना के बाद विधिक कार्रवाई कर रही है।
-राजेश कुमार, जिलाधिकारी।