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आयुर्वेद में भी है आक्सीजन के गिरते स्तर का हल, ब्लड थिनर टैबलेट की जगह पर दें पुष्कर गुग्‍गलु

125 मिग्रा श्वांस कांच चिंतामणि रस को 150 मिग्रा अभ्रक भस्म के साथ लें। गंभीर मरीज तीन बार वहीं कोविड से ठीक हो चुके लोग डाक्टर की सलाह से दो बार ले सकते हैं। श्वांस और ह्रदय रोग की समस्या आ रही है तो अर्जुन क्षीर पाक का इस्तेमाल करें।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 06:05 AM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 06:05 AM (IST)
आयुर्वेद में भी है आक्सीजन के गिरते स्तर का हल, ब्लड थिनर टैबलेट की जगह पर दें पुष्कर गुग्‍गलु
श्वांस और ह्रदय रोग की समस्या आ रही है तो अर्जुन क्षीर पाक का इस्तेमाल करें।

वाराणसी, जेएनएन। कोविड के मामले भले ही अब घट रहे हों, मगर तीसरी लहर से पहले हमें अपनी फुलप्रूफ

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तैयारी कर लेनी है। सबसे पहले आक्सीजन के गिरते स्तर को नियंत्रित करने के स्थाई उपाय हमें खोजने होंगे। हम आपातकाल में सिलिंडर आदि की व्यवस्था करें, मगर आयुर्वेद के डाक्टरों का मानना है कि कुछ भारतीय औषधियां ऐसी हैं जो कि आक्सीजन का स्तर 90 भी चला जाए तो वे उसे भी नियंत्रित कर लेती हैं।

आइएमएस-बीएचयू में कायचिकित्सा विभाग के चिकित्सक प्रो. जेएस त्रिपाठी के अनुसार कोरोना के गंभीर मरीज और पोस्ट कोविड व्यक्ति यदि श्वांस की समस्या से परेशान हैं तो श्वांस कांच चिंतामणि रस को अभ्रक भस्म के साथ इस्तेमाल करें। यह अचूक औषधि है जिससे कोरोना मरीजों के आक्सीजन का स्तर ठीक रहेगा, वहीं ठीक हो चुके लोगों में श्वांस फूलने या फेफडों में सूजन की समस्या को तत्काल इस औषधि से ठीक कर सकते हैं। 125 मिग्रा श्वांस कांच चिंतामणि रस को 150 मिग्रा अभ्रक भस्म के साथ लें। गंभीर मरीज तीन बार वहीं कोविड से ठीक हो चुके लोग डाक्टर की सलाह से दो बार ले सकते हैं। इसके अलावा यदि कोरोना से उबर चुके लोगों को श्वांस और ह्रदय रोग की समस्या आ रही है तो अर्जुन क्षीर पाक का इस्तेमाल करें।

प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि यदि फेफड़े में रक्त जमा है तो ब्लड थिनर टैबलेट के बजाय पुष्कर ब्राह्मी गुग्‍गलु अधिक सुरक्षित और बेहतर है। वहीं रिकवर कर चुके मरीज भी सप्लीमेंट से इम्युनिटी बढ़ाने के बजाय पहले औषधीय स्तर पर पंचकर्म करें। त्रिफला चूर्ण, गंधर्व हरीतिकी, अभयारिष्ठ, त्रिवृत्त लेह का सेवन कर काेष्ठ शुद्धि करें, इसके बाद तो दो वक्त का भोजन भी काफी सक्षम इम्युन बूस्टर साबित होगा।

पोस्ट कोविड मानसिक तनाव करें आयुर्वेद से दूर

मानसिक अवसाद और तनाव होने पर अश्वगंधा चूर्ण, कपिकच्छू चूर्ण, सारस्वत चूर्ण व शिरोधारा में से किसी एक का प्रयोग करें। शरीर में दर्द और भारीपन होने पर आमपाचन औषधियां, शुंठी चूर्ण, संजीवनी वटी को डाक्टर की सलाह पर डोज निर्धारित कर लें। वहीं कमजाेरी होने पर च्यवनप्राशलेह रोज दो चम्मच और अगस्त रसायन लें।


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