जिला पंचायत की बैठक शुरू होते ही सदस्यों ने किया हंगामा, सीडीओ के बैठक में न होने का आरोप
जिला पंचायत की शनिवार को सुबह बैठक शुरू होने के बाद से ही सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
वाराणसी, जेएनएन। जिला पंचायत की शनिवार को सुबह बैठक शुरू होने के बाद से ही सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। पूर्व के बैठकों की तरह ही जिला पंचायत के सदस्य बैठक शुरू होने के बाद से ही लगातार काम शुरू कराने की मांग करने लगे। सदस्यों का आरोप है कि 31 जनवरी और 2 फरवरी की बैठक में तय हुआ था कि सभी 48 सदस्यों के क्षेत्र में कम से कम एक पुराना काम शुरू किया जाएगा, जो अब तक नहीं हुआ।
सदस्याें का आरोप था कि वायदों के बावजूद क्यों बैठक शनिवार को बुलाई गई। अभी तक कोई भी तय काम शुरू नहीं हुआ। सदस्यों ने पूछा कि जब काम नहीं शुरू करा पा रहे हैं तो बैठक की आखिर क्या जल्दबाजी है। इस दौरान सदस्यों ने नियमों का भी हवाला दिया जिसे लेकर तर्क दिए गए। वहीं इस दौरान काफी देर तक सदस्य काम शुरू करने को लेकर हंगामा करते रहे। बैठक में मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर के प्रयासों के बाद भी सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और हंगामा करते रहे। वहीं दूसरी ओर सदस्य भी सीडीओ के नहीं होने की बात करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते रहे।
शनिवार को कोरम के लिए रजिस्टर पर हस्ताक्षर को लेकर पंचायत सभागार में सदस्य दो गुटों में बैठ गए। इसके बाद कुछ सदस्य जो विरोध कर रहे थे उन्होंने इसे तानाशाही कहते हुए वेल में ही धरने पर बैठ गए। एक सदस्य हस्ताक्षर करने के नाम पर रजिस्टर ले लिया और उसे लेकर धरने पर बैठ गया। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष लगातार समझाने की कोशिश करती रहीं कि जिसको साइन करना हो करें जिसको नही करना है ना करे लेकिन रजिस्टर वापस करें।