धोखाधड़ी की नींव पर फर्जीवाड़े की इमारत, दो फर्मों का अस्तित्व ही नहीं
मनपसंद बेवरेजेज कंपनी के कर चोरी मामले में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। कच्चा माल सप्लाई करने वाली दो फर्मो का अस्तित्व ही नहीं है।
वाराणसी [राकेश श्रीवास्तव] मनपसंद बेवरेजेज कंपनी के कर चोरी मामले में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। कच्चा माल सप्लाई करने वाली दो फर्मो का अस्तित्व ही नहीं है। ऐसे में वाराणसी के सीजीएसटी अधिकारी बड़ोदरा की टीम के साथ मिलकर छानबीन को आगे बढ़ा रहे। आरोपित कंपनी पर बड़ोदरा में पहले ही कर चोरी का शिकंजा कस चुका है। मनपसंद बेवरेज कंपनी मैंगो एवं जीरा शिप बनाती है। कंपनी पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) चोरी का आरोप है।
आशंका करोड़ों में पहुंचने पर छानबीन में सच्चाई भी सामने आने लगी। जरूरी कागजात कंपनी के लोग नहीं दिखा सके तो जांच अधिकारियों ने कंपनी में पड़े उत्पाद, कच्चा माल सीज कर प्रबंधन की सुपुर्दगी में दे दिए। छानबीन आगे बढ़ी तो दो फर्म तिरुपति इंटरप्राइजेज व अमन इंटरप्राइजेज जमीन पर ढूंढने से भी नहीं मिलीं। अफसरों ने अब गड़बड़ी की गहराई मापने की दिशा में छानबीन तेज कर दी है। निवारक दल के अधिकारियों ने कार्रवाई की पुष्टि की। ऐसे कर रहे फर्जीवाड़ा : फर्जी कागजात के जरिए बनवाए गए पैनकार्ड के आधार पर बैंक एकाउंट खोलकर जीएसटी में रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं। उसके बाद ई-बे बिल बनाने की सुविधा मिल जाती है। जांच अधिकारियों के रडार पर 20 कंपनियां : सूत्रों के मुताबिक जांच अधिकारियों के रडार पर 20 कंपनियां हैं। शुरुआती जांच में गड़बड़ी की आशंका पर निवारक दल के अधिकारी जांच को कदम बढ़ाए हैं।
बोले अधिकारी: छानबीन चल रही है। पहले भी गड़बड़ियां सामने आने पर कार्रवाई हुई है। रोजाना एक-एक अपडेट सामने आ रहे हैं। ऐसे में जांच पूरी होने पर ही कुछ कहना ठीक रहेगा।
-आशुतोष, ज्वाइंट कमिश्नर