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वाराणसी में कमिश्नर नहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंडलीय कार्यालय में फहराएंगी राष्ट्रीय ध्वज

गणतंत्र दिवस के अवसर पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल अपने मंडलीय कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराएंगे। कमिश्नर ने एक बार फिर अनोखी पहल की शुरूआत की है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 10:20 AM (IST)Updated: Sun, 26 Jan 2020 09:29 AM (IST)
वाराणसी में कमिश्नर नहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंडलीय कार्यालय में फहराएंगी राष्ट्रीय ध्वज
वाराणसी में कमिश्नर नहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंडलीय कार्यालय में फहराएंगी राष्ट्रीय ध्वज

वाराणसी, जेएनएन। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल अपने मंडलीय कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराएंगे। कमिश्नर ने एक बार फिर अनोखी पहल की शुरूआत की है। उनके कार्यालय भवन पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुष्पारानी एवं आंगनबाड़ी सहायिका सरिता पटेल झंडारोहण करेंगी। याद दिला दें कि बीते साल 2019 में गणतंत्र दिवस पर कमिश्नरी में सफाईकर्मी चंदा रानी ने तिरंगा फहराया था। 

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दरअसल, बीते दिनों मंडलीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने अच्छा कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किए जाने पर विशेष जोर दिया था। रिपोर्ट मिलने के बाद कमिश्नर ने काशी विद्यापीठ विकासखंड मुड़ादेव आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकत्री पुष्पारानी एवं इसी केंद्र की सहायिका सरिता पटेल को चयनित किया है।

आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुष्पारानी मुड़ादेव, टिकरी, विकासखंड काशी विद्यापीठ की निवासिनी है। ईसीसीई की गतिविधियों के माध्यम से पुष्पारानी ने बच्चों के मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अपने क्षेत्र के कुपोषित बच्चों के घर गृह भ्रमण कर परिवार के सदस्यों को बच्चों के उम्र के अनुसार भोजन की मात्रा एवं, बच्चों के पोषण की स्थिति में सुधार को प्रयास किया। पुष्पारानी के आंगनबाड़ी केंद्र पर सितंबर 2019 में छह बच्चे लाल श्रेणी के चिन्हित किए गए थे, जिसमें 5 बच्चे पीली श्रेणी में आ गए हैं। एक बच्चे के परिवार की काउंसलिंग चल रही है। आंगनबाड़ी केंद्र पर गोद भराई, अन्नप्राशन, बचपन दिवस एवं किशोरी दिवस इत्यादि सामुदायिक गतिविधियों का आयोजन करते हुए लक्षित समूह को बेहतर तरीके से सेवा प्रदान की गई। गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों को केंद्र पर आयोजित सामूहिक बैठक एवं गृह भ्रमण के माध्यम से उनके स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार हेतु समुचित प्रयास किया जा रहा है।

आंगनबाड़ी सहायिका सरिता पटेल मुड़ादेव, टिकरी, विकासखंड काशी विद्यापीठ की रहने वाली हैं। सरिता के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्र एवं गांव में एक टीमवर्क के साथ बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण पर कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। इनके द्वारा केंद्र पर साफ सफाई नियमित ढंग से की जाती है। 

शिक्षण संस्थाओं में 10 बजे फहराया जाएगा राष्ट्रीय ध्वज -

गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी भवनों पर प्रात: 8:30 बजे राष्ट्रीय ध्वज अभिवादन होगा। शिक्षा संस्थाओं पर राष्ट्रीय ध्वज प्रात: 10 बजे फहराया जाएगा। गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडारोहण पश्चात प्रात: 8:45 बजे कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान करेंगे।

पांच किमी की दौड़-

सिगरा स्टेडियम में पांच किलोमीटर की दौड़ का आयोजन किया गया है। इस दिन सुबह सात बजे स्कूली बच्चों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाएगी। जीजीआइसी से राजकीय क्वींस कॉलेज तक स्कूली छात्रों की प्रभातफेरी का आयोजन किया गया है। दिन में 12 बजे एनसीसी, स्काउट, होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों का सम्मिलित रूट मार्च राज नारायण पार्क बेनियाबाग से प्रारंभ होकर नई सड़क, बेनियाबाग, गोदौलिया होते हुए टाउनहॉल पर समाप्त होगा। 

परेड में शामिल होगा सिविल डिफेंस

- गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2020 को सिविल डिफेंस वाराणसी की टीम पहली बार पुलिस लाइन में आयोजित परेड में प्रतिभाग करेगी। परेड में नागरिक सुरक्षा दल को भी सम्मिलित किया जाएगा। बीते 15 दिनों से बतौर नोडल अधिकारी उप नियंत्रक सिविल डिफेंस नीरज मिश्र की देखरेख में सदस्यों की टीम द्वारा टीम कमांडर डिप्टी डिवीजनल वार्डन संजय राय के नेतृत्व मे नागरिक सुरक्षा टीम अभ्यास कर रही है। चीफ वार्डन विनोद गुप्ता ने बताया कि शासन द्वारा अनुमोदित ड्रेस कोड भी स्वयंसेवकों के लिए निर्धारित कर दिया गया है। 

गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होगी महिला पीआरवी

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के निर्देशन में उत्तर प्रदेश पुलिस महिला सशक्तीकरण की ओर लगातार अग्रसर है। इस क्रम में पहली बार 112 आपात सेवा की महिला पीआरवी को गणतंत्र दिवस की परेड में भी शामिल किया गया है। परेड के दौरान पीआरवी पर तैनात महिला जवान पुलिस के गौरव व साहस को लोगों के सामने प्रस्तुत करेंगी।

महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों के रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गत वर्ष दिसंबर माह में महिला पीआरवी का शुभारंभ हुआ था। जनपदों में मौजूद पीआरवी की दस प्रतिशत महिला पीआरवी के रूप में कार्य कर रही हैं। इतना ही नहीं, महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए रात में महिला एस्कोर्ट की भी पुलिस विभाग की ओर से व्यवस्था की गई है। शहरी हो या गांव की क्षेत्र महिला पीआरवी की सुविधा का लाभ रात्रि दस से सुबह छह बजे तक उठाया जा सकता है। इसका लाभ उठाने के लिए पीडि़त महिला को महज 112 नंबर पर काल करने की आवश्यकता है। उक्त आपात नंबर पर काल करने के तत्काल बाद पीडि़त के आसपास जो भी महिला पीआरवी गश्त पर होती है, पहुंचकर पीडि़त को सकुशल उसके गंतव्य तक पहुंचाती है। इतना ही नहीं, पीडि़त के घर पहुंचने के बाद 112 मुख्यालय से कॉल कर पीडि़त से उसकी फिडबैक लिया जाता है। 

जिले में पांच महिला पीआरवी संचालित

जिले में वर्तमान में पांच महिला पीआरवी संचालित हैं, जो निरंतर महिला संबंधी प्रकरणों में त्वरित सहायता प्रदान कर रही हैं। महिला पीआरवी पर नियुक्त पुरुष व महिला आरक्षियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिससे किसी भी परिस्थिति में पीडि़त की सहायता की जा सके।


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