अखिल भारतीय अंतर विवि एथलेटिक में 10 हजार मीटर दौड़ में काशी विद्यापीठ की अमृता का धमाल
जोश जज्बा और जुनून हो तो किसी भी समस्या पर विजय प्राप्त की जा सकती है। चिरईगांव ब्लाक के पियरी गांव की अमृता पटेल ने गुरुवार को यह साबित कर दिया।
वाराणसी, जेएनएन। जोश, जज्बा और जुनून हो तो किसी भी समस्या पर विजय प्राप्त की जा सकती है। चिरईगांव ब्लाक के पियरी गांव की अमृता पटेल ने गुरुवार को यह साबित कर दिया। राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ सांइस, बेंगलुरु में दो जनवरी को अमृता पटेल ने अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय एथलेटिक प्रतियोगिता में 10 हजार मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता।
कोच डा. एसके यादव और मैनेजर डा. रणधीर सिंह ने बताया कि महादेव पीजी कालेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा अमृता ने इस प्रतियोगिता में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की ओर से हिस्सा लिया था। अमृता इससे पहले विजयवाड़ा में आयोजित जूनियर नेशनल में एवं गुंटूर में आयोजित फेडरेशन कप में पांच हजार मीटर दौड़ में दूसरा स्थान हासिल कर चुकी है।
अमृता के बड़े भाई प्रियांशु ने फोन पर बताया कि वह रोजना सुबह पांच बजे उठती है और उसके बाद खेती- किसानी करती है। हमारे पास मात्र दो बीघा भूमि है लेकिन हम लोगों ने कभी हिम्मत नहीं हारी। पिता रामचरित्र प्रसाद के मुताबिक अमृता जब तक खेलना चाहेगी, खेले लेकिन उसे खेत में कार्य करना होगा।