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विधानसभा चुनाव 2022 : अमित शाह की कक्षा में बैठने से पहले जमकर हो रही पढ़ाई

अमित शाह का अहम सवाल हो सकता है कि विपक्षियों के मतों में कितनी सेंधमारी हो सकती है। इसकी संभावना अधिकतर प्रभारी व अध्यक्ष लगाकर चल रहे हैं। सभी अपने क्षेत्र को आधार बनाकर आंकड़े तैयार कर रहे हैं। बस यूं ही कह देने से काम नहीं चलने वाला है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 08 Nov 2021 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 08 Nov 2021 08:00 AM (IST)
वाराणसी में भाजपा के प्रभारी से लेकर अध्यक्ष तक आंकड़ों को रट रही हर जुबान।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। गृहमंत्री अमित शाह 12 नवंबर को बनारस आ रहे हैं। दो दिवसीय प्रवास के दौरान संगठन की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला होगी। इसमें दो विषयों चुनाव के पहले व चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं की कार्यशैली कैसी होगी, पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में प्रदेश स्तर के प्रभारियों व अध्यक्षों के अलावा संगठन स्तर के 98 जिलों के प्रभारी व अध्यक्ष शामिल होंगे। मिशन यूपी 2022 के चुनाव कमेटी के प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान व उनकी टीम भी होगी।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्या व दिनेश शर्मा भी शामिल होंगे। इन बड़े नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उप्र के विधानसभा चुनाव को लेकर यह बैठक कितनी अहम है। शीर्ष नेतृत्व से निचले स्तर पर साफ संदेश भी दिया गया है। बैठक में शामिल किसी भी प्रभारी या अध्यक्ष से अमित शाह कुछ भी पूछ सकते हैं। चूंकि, गृहमंत्री के सख्त तेवर से सभी वाकिफ हैं, इसलिए अब से ही तैयारी शुरू हो गई है। जिन लोगों को बैठक में शामिल होना हैं वे भोर से लेकर देर रात तक पढ़ाई में लगे हैं। हर बिंदु का नोट्स बन रहा है तो आंकड़ों को बार-बार दोहराते हुए रटा जा रहा है। मसलन, जिले में कितने बूथ, बूथ समितियों का गठन, शक्ति केंद्र, मंडल, उनके अध्यक्षों का नाम, कितने मतदाता हैं, इस बार कितने मतदाता बढ़े, कितनी जनकल्याणकारी योजनाएं, कितने लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिला आदि प्रमुख प्रश्नों के उत्तर उंगलियों में गिनने की तैयारी हो रही है।

विपक्षियों के मतों में कितनी सेंधमारी

अमित शाह का सबसे अहम सवाल हो सकता है कि विपक्षियों के मतों में कितनी सेंधमारी हो सकती है। इसकी संभावना अधिकतर प्रभारी व अध्यक्ष लगाकर चल रहे हैं। सभी अपने क्षेत्र को आधार बनाकर आंकड़े तैयार कर रहे हैं। बस यूं ही कह देने से काम नहीं चलने वाला है। इसका ठोस आधार भी देना होगा जिसको लेकर माथा-पच्ची की जा रही है।

प्राथमिकता टीएफसी, गोकुलधाम विकल्प

अमित शाह की बैठक के आयोजन स्थल को लेकर बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा विकल्प के तौर पर हरहुआ स्थित गोकुल धाम को भी रखा गया है। जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने दोनों स्थलों का पूरा ब्योरा प्रदेश भाजपा को प्रेषित कर दिया है। एक-दो दिन में स्थल का चयन हो जाएगा। चार सौ से अधिक चार पहिया वाहन के आने की उम्मीद है जिसे देखते हुए टीएफसी को प्राथमिकता दी जा रही है।


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