Move to Jagran APP

अक्षय तृतीया पर घाट से घरों तक पुण्य की कामना, पूजन कर मांगा आस्‍थावानों ने अक्षय आशीष

कोरोना महामारी के कारण इस बार लोगों ने घरों में ही पुण्य की कामना के साथ भगवान का ध्यान करके अक्षय आशीष मांगा। हर बार की तरह इस बार गंगा घाट पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं उमड़ी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 12:59 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 12:59 PM (IST)
घरों में ही पुण्य की डुबकी लगाकर भगवान का ध्यान करके अक्षय आशीष मांगा।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण इस बार लोगों ने घरों में ही पुण्य की कामना के साथ भगवान का ध्यान करके अक्षय आशीष मांगा। हर बार की तरह इस बार गंगा घाट पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं उमड़ी। घाट किनारे रहने वाले लोगों ने भोर में चार बजे संकल्प के साथ गंगा में डुबकी लगाया। वहीं महिलाओं ने स्नान के बाद उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद घाट किनारे मंदिरों में लोगों ने मत्था टेका। 

loksabha election banner

घरों में श्रीयंत्र की हुई पूजा

स्नान-ध्यान के बाद घरों में लोगों ने सुख-समृद्धि-संपदा वृद्धि के लिए श्रीयंत्र की पूजा की। मां लक्ष्मी से वैभव की कामना करके आशीष मांगा। 

मां लक्ष्मी के दरबार में उमड़ी आस्थावानों की भीड़

शास्त्र में वर्णित मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया पर्व पर मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। जिससे परिवार में समृद्धि आती है। अक्षय तृतीया और शुक्रवार का दिन होने के कारण शहर के देवी मंदिरों में आस्थावानों ने मत्था टेककर मां से आशीष मांगा। पांडेयपुर अशोक विहार कॉलोनी स्थित लक्ष्मी मंदिर में सुबह सात बजे महाआरती के बाद लोगों ने दर्शन किया। वहीं लक्सा स्थित लक्ष्मीकुंड में स्थित मां लक्ष्मी के दरबार में भी लोगों ने हाजिरी लगाई।

रोहिणी और मृगशिरा नक्षत्र बढ़ा रहे तृतीया का मान

इस बार रोहिणी और मृगशिरा नक्षत्र अक्षय तृतीया का मान बढ़ा रहे हैं। अक्षय तृतीया पर स्वार्थ सिद्धि और मानस योग का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है। तृतीय तिथि 14 मई को सुबह 5:38 बजे लग गयी है। जो 15 मई को सुबह आठ बजे तक रहेगी। शास्त्रों में किसी भी शुभ कार्य के प्रारंभ के लिए अक्षय तृतीया की तिथि को बेहद शुभ माना गया है। यह वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन स्वर्ण की खरीदारी करना बेहद शुभ माना गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.