आजमगढ़ में मंदुरी एयरपोर्ट परखने आ रहे एयरपोर्ट अथाॅरिटी के अफसर, 100 सीटर विमान के उड़ान की संभावना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत जनपदवासियों का नए साल में मंदुरी एयरपोर्ट से उड़ान का सपना सच होने की उम्मीद जगी है।
आजमगढ़, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ को अौर विकसित करने के लिए विमान सेवाओं की कनेक्टिविटी बढ़ाने की तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत जनपदवासियों का नए साल में मंदुरी एयरपोर्ट से 'उड़ान' का सपना सच होने की उम्मीद जगी है। कार्यदायी संस्था ने विस्तारीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है।
अब भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के महाप्रबंधक प्रचालन मनोज कुमार बहेरा और उप महाप्रबंधक प्रचालन संत कुमार अलीगढ़ व मुरादाबाद के बाद सात व आठ जनवरी को श्रावस्ती और नौ एवं 10 जनवरी को मंदुरी एयरपोर्ट का निरीक्षण करेंगे। अधिकारियों के आने की सूचना के बाद प्रशासन व कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय लोक निर्माण निगम की व्यवस्था सुनिश्चित करने में लग गया है। संभावना जताई जा रही कि नए एयरपोर्ट से जल्द 100 सीटर विमान की उड़ान शुरू हो जाएगी।
योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2018-19 में मंदुरी हवाईपट्टी के विस्तारीकरण (नो-फ्रिल्स एयरपोर्ट) की मंजूरी मिली थी। 19 नवंबर 2018 में कार्य शुरू हुआ, जिसे 31 अक्टूबर 2019 में ही पूरा होना था। धन की कमी से मिट्टी कार्य अधूरे रह गए। तीन करोड़ से अधिक धनराशि की जरूरत थी, जिसका प्रशासन ने संज्ञान में लिया तो शासन से धन मिल सका और कार्य पूरा करा लिया गया। उसके बाद निदेशक, नागरिक उड्डयन उत्तर प्रदेश को निरीक्षण को पत्र प्रेषित किया गया था। संभावना जताई जा रही कि अगले वित्तीय वर्ष में उड़ान शुरू हो जाएगी।
विस्तारीकरण में ये हुए कार्य
टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर, फायर स्टेशन, सब स्टेशन बिल्डिंग, बूंब कूलिंग पिट, वाटर सप्लाई, सेनेट्री इंस्टालेशन, इलेक्ट्रिकल एंड डेवलेपमेंट वर्क, रनवे (बेसिक स्ट्रिप), रनवे का विस्तार, रोड, अपरन, आपरेशनल बाउंड्रीवाल व नई बाउंड्रीवाल, पार्किंग, ओएचटी ( बोर्डिंग, फेब्रिकेशन व आरसीसी टैंक) आदि।
''एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में मिट्टी का ही कार्य शेष रह गया था। तीन करोड़ की धनराशि मिलने के बाद कार्यदायी संस्था ने उसके पूरा करा दिया। परीक्षण के लिए नागरिक उड्डयन विभाग को पत्र लिखा गया था। उड़ान के बारे में उन्हीं को निर्णय लेना है। हालांकि उड़ान शुरू होने में ज्यादा विलंब नहीं है। -नागेंद्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी, आजमगढ़।