सिल्वर, गोल्ड के बाद अब आजमगढ़ के एसपी को मिला प्लेटिनम अवार्ड, कार्यकाल में जिले में हुई अपराधियों से 80 मुठभेड़
वर्ष 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सिंह को सिल्वर व गोल्ड के बाद अब अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर शासन स्तर से उन्हें 26 जनवरी को प्लेटिनम अवार्ड प्रदान किया जाएगा। बिजनौर जिले के मूल निवासी सुधीर कुमार सिंह एमए इकोनामिस की शिक्षा हासिल की है।
आजमगढ़, जेएनएन। वर्ष 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सिंह को सिल्वर व गोल्ड के बाद अब अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर शासन स्तर से उन्हें 26 जनवरी को प्लेटिनम अवार्ड प्रदान किया जाएगा। बिजनौर जिले के मूल निवासी सुधीर कुमार सिंह (58) एमए इकोनामिस की शिक्षा हासिल की है। उन्होंने 16 अगस्त 2020 को जिले में एसपी का पद संभाला था। इसके पूर्व वे एसपी साइबर लखनऊ के अलावा बलरामपुर, गोंडा, अंबेडकर नगर, अमरोहा, गाजियाबाद, मुजफ्फर नगर समेत अन्य जिलों में तैनात रह चुके हैं। 15 अगस्त 2018 को उन्हें पहला पदक सिल्वर मिला। इसके बाद 15 अगस्त 2019 को उन्हें एक और पदक गोल्ड मिला। लगभग पांच माह माह के जिले में उनके कार्यकाल के दौरान पुलिस व अपराधियों के बीच तकरीबन 80 मुठभेड़ हुई। जिसमें 18 अगस्त को तरवां क्षेत्र के बांसगांव में ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते हत्याकांड के मुख्य आरोपित व तीन लाख रुपये के इनामी अपराधी सूर्यांश दूबे को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। जबकि 10 अपराधी पुलिस की गोली से घायल हुए। पुरुस्कार घोषित 20 अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मुठभेड़ में लगभग पांच सौ अपराधियों को पुलिस ने पकड़ा। वहीं साढ़े पांच सौ अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट समेत अन्य निरोधात्मक कार्रवाई कर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा। इसके अलावा काफी संख्या में पशु तस्कर, शराब, गांजा, असलहा तस्करों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की।