आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड एवं दैनिक जागरण का मजबूत बजट पर संयुक्त सेमिनार
आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड (एबीएसएलएमएफ) एवं दैनिक जागरण के संयुक्त सेमिनार में मजबूत बजट को संजीवनी निकली।
वाराणसी, जेएनएन। आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड (एबीएसएलएमएफ) एवं दैनिक जागरण के संयुक्त सेमिनार में रविवार को मजबूत बजट की संजीवनी निकली। निवेश के जानकारों ने 'बचत निकालें फिर बनाएं खर्च का हिसाब' स्लोगन को मजबूत अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। सेमिनार में वरिष्ठ उद्यमियों, व्यापारियों एवं नौकरीपेशा लोगों की भीड़ उमड़ी थी। एबीएसएलएमएफ के जोनल हेड प्रशांत गुप्ता ने निवेश की बारीकियों को बताया। कहा कि निवेश से पूर्व शार्ट, मीडियम या लांग टर्म का निर्धारण महत्वपूर्ण होता है। महंगाई विलेन है, इससे हमारी-आपकी क्रय शक्ति कम हो रही है। सुरक्षित निवेश हमें भविष्य की दुश्वारियों से बचा सकता है।
कहा कि निवेशक में सेफ्टी, ज्यादा रिटर्न, तरलता तीनों चाहिए क्योंकि महंगाई बचत को चट कर रही। बचत रिस्क उठाने के साथ फिक्स आय वाला भी होना चाहिए। श्रोताओं ने सवाल किया तो बोले फिक्स डिपॉजिट में आय निर्धारित है। लंबे वक्त में यह फायदे का नहीं होता। रिस्क वाले निवेश सपनों को पूरा करते हैं। हालांकि हमें योजनाओं की सटीक पहचान करनी होगी। एबीएसएलएमएफ के नार्थ जोन प्रशिक्षक ललित शर्मा ने आर्थिक साक्षरता पर जोर दिया। कहा कि म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश किया जाता है। सोना खरीदने एवं बेचने में कट की तरह म्यूचुअल फंड निवेश में कुछ कटौती होती है। निवेश को पारदर्शी एवं तरल बताया।
तरलता का मतलब कभी भी धनराशि निकालने की सुविधा, सेफ्टी इतना कि गड़बड़ी पर शिकायत का उचित प्लेटफार्म एवं सेफ्टी का मतलब नुकसान की कतई आशंका न होना। इससे पूर्व दैनिक जागरण के महाप्रबंधक अंकुर चढ्ढा एवं उप समाचार संपादक राकेश पांडेय ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। भगवानदास जायसवाल, अजय गुप्ता, मृत्युंजय सोनकर, बृजेश, अजय यादव, विजय नारायण वर्मा, अशोक सिंह, विनोद वर्मा, कंचन मौर्य, एलपीजी गैस एसोसिएशन के प्रवक्ता मनीष चौबे समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
सेमिनार में निवेश संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी मिलीं। ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए। गरीब एवं मध्यम आय वर्ग के लोग भी निवेश के जरिये भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। आरके चौधरी, आइआइए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष।
बड़ी संख्या में लोग आज भी पारंपरिक निवेश ही करते हैं। महंगाई के दौर में पारंपरिक निवेश को बेहतर भविष्य के लिए सुरक्षित नहीं माना जा सकता। अजीत सिंह बग्गा, अध्यक्ष, वाराणसी व्यापार मंडल।
नौकरी पेशा लोग निवेश को सुरक्षित कैसे बनाएं, इसकी जानकारी हुई। मैं इसे साथियों तक पहुंचाने की कोशिश करूंगा। बहुत लोगों को फायदा होगा। मोहित श्रीवास्तव, अध्यक्ष मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ।
महंगाई साधारण निवेश के आय को चट कर जा रही। निवेश में सावधानी बरतने के साथ दूसरों को भी जानकारी दूंगा। ज्ञान बांटने से बढ़ता है। प्रमोद अग्रहरि, व्यापारी
ऐसे आयोजन व्यापार मंडल की ओर से कराऊंगा। व्यापारियों को भी निवेश के बारे में जानकारी होनी चाहिए। आयोजन के लिए धन्यवाद देता हूं। प्रेम मिश्रा, अध्यक्ष महानगर उद्योग व्यापार समिति।
योजनाबद्ध सभी कार्यो का नतीजा बेहतर होता है। निवेश भी इससे अलग नहीं है। निवेश के जानकारों की बात हमें पसंद आई। निवेश से पूर्व विचार करूंगा। हरीश नारायण सिंह, उद्यमी
निवेश का समीकरण समझ पाया। दो-तीन तरह का निवेश जरूरी है। निवेशकों ने जिस तरह से समझाया वह काबिले गौर है। इसका लोगों को जरूर लाभ मिलेगा। सुशील गुप्ता, पार्षद
कार्यक्रम उपयोगी रहा। ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। समाज का प्रत्येक व्यक्ति सामर्थ्यवान नहीं कि एक्सपर्ट से सलाह लेकर निवेश करे। ऐसे आयोजन होने चाहिए। नीरज पारीख, उद्यमी
व्यापारियों के लिए ऐसे आयोजन करने का भाव मन में पैदा हुआ है। पारंपरिक के साथ रिस्क वाले निवेश भी जरूरी हैं। जागरुकता से हम बेहतर भविष्य की नींव रख सकते हैं। राकेश जैन, अध्यक्ष, अभाउ