पाकिस्तान से लौटने पर सिद्धू से क्यों नहीं हुई पूछताछ: मनिंदरजीत सिंह बिट्टा
ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदरजीत सिंह बिंट्टा ने गुरुवार को जागरण संवाद में अपने विचार रखे।
वाराणसी, जेएनएन। ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदरजीत सिंह बिंट्टा ने गुरुवार को जागरण संवाद के दौरान सवाल किया कि पाकिस्तान में गलबहियां कर लौटे पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से केंद्र सरकार पूछताछ क्यों नहीं करती। जब पाकिस्तान की कैद से छूट कर कोई फौजी या खुफिया तंत्र के लोग देश वापस आते हैं तो उनसे लंबी पूछताछ होती है, गहरी जांच होती है, फिर सिद्धू को इस प्रक्रिया से छूट क्यों दी गई। वे पाक सेना प्रमुख बाजवा व आइएसआइ के लोगों से गले मिलकर लौटे थे। बिंट्टा ने सिद्धू की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान में गुरु नानक महल तोड़े जाने पर उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकला। क्यों चुप हैं सिद्धू। अब कहां हैं इमरान खान, कहां हैं बाजवा। कहाकि सिद्धू की इमरान खान और बाजवा से दोस्ती व उनके प्रचार के चलते कांग्रेस हारी है।
- मंदिरों को आजाद कराने मोदी को काशी भेजा था भगवान ने पंजाब में बेअंत सिंह सरकार में मंत्री रहे मनिंदरजीत सिंह बिंट्टा ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के तहत सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिरों को आजाद करा कर पीएम मोदी ने बहुत नेक और पुण्य का काम किया है। मंदिरों को मुक्त कराना मोदी की धर्म के प्रति आस्था की जीत है। गंगा जी और भोले बाबा की कृपा से मोदी पुनीत कार्य में सफल हुए। युवक कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंट्टा ने कहा कि उन्हें मंदिर जाकर इतना अच्छा लगा कि तकलीफ के बावजूद वह नंगे पांव पत्थर पर चलकर गए। मोदी को औरंगजेब कहे जाने के सवाल पर बिंट्टा ने कहा कि वह तो फरिश्ता हैं जिन्हें भगवान ने भेजा है। मकान तोड़े जाने से परियोजना का विरोध करने वाले देश को गुमराह कर रहे हैं।
- मुआवजे से खरीद लिए सात फ्लैट, पहले मिल रहे थे 35 लाख बिट्टा ने बताया कि वह 113 साल के रोशनलाल सेठ से मिले जिनका मकान अधिग्रहीत कर सरकार ने 2.70 करोड़ रुपये दिए। इसी मकान के लिए रोशनलाल को दो साल पहले महज 35 लाख रुपये मिल रहे थे। इतने पैसे मिले कि उन्होंने सात फ्लैट खरीद लिए, बहनों को पैसे दिए। परियोजना में मकान देने वाले हर काशीवासी के साथ पूरा न्याय हुआ है। वे तो काशी के लोगों कहेंगे कि मोदी ने यहां आकर बाबा की नगरी को सुंदर बनाने का संकल्प लिया है। आप भी सहयोग करिए। - अयोध्या में राममंदिर बनाने की पहल करें मुसलमान बिंट्टा ने कहा कि काशी के बाद अब अयोध्या में राममंदिर को सुरक्षा से आजादी दिलाने की जरूरत है। वह श्रीराम जन्मभूमि है। बाबर ने तो मंदिर तोड़कर मस्जिद खड़ी कर दी। इतिहास के खूनी पन्नों में दो नाम हमेशा लोगों को तकलीफ देते रहेंगे बाबर और औरंगजेब। जिस दिन ¨हदुस्तान के मुसलमान मंदिर तोड़ने और बेगुनाहों का खून करने वाले बाबर और औरंगजेब का खुलकर विरोध करेंगे, तब दोनों कौम एक हो जाएंगी, उस दिन यह देश फिर सोने की चिड़िया बन जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने को ¨हदुस्तान के मुसलमान अब खुलकर सामने आएं। - मंदिर के लिए खुद भी आगे आने को तैयार बिंट्टा ने कहा कि मंदिर बनाने के लिए वह खुद आगे आने के लिए तैयार हैं। जय सियाराम का नारा लगाकर मंदिर बनाने के लिए मरने को भी तैयार हूं। यह वादा है। वे मध्य प्रदेश के उस बाबा की तरह नहीं हैं जो बात से पलट जाए। बिंट्टा का आशय कंप्यूटर बाबा से था जिन्होंने भोपाल से दिग्विजय के हारने पर समाधि लेने की बात कही थी मगर बाद में मुकर गए। - सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल देश से धोखा बिट्टा ने कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ बचपन से लड़ता रहे हैं, आगे भी जब तक जिंदगी है आतंकवाद के खिलाफ जूझते रहेंगे। सर्जिकल स्ट्राइक या जेएनयू केमुद्दे पर कोई पार्टी सवाल उठाए तो वे समझते हैं कि उसे देश से प्यार नहीं है। हमारे 12 फाइटर प्लेन ने पाकिस्तान में घुसकर हमला किया और सुरक्षित वापस लौटे। जो सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं वे राष्ट्र के साथ धोखा करते हैं, फौजियों का मनोबल तोड़ते हैं। आतंकवाद मैंने झेला है, आतंकी बम धमाके में अपना पैर गंवाया है इसलिए मैं सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध सही नहीं मानता।
- खालिस्तान न बना था और न कभी बनेगा मनिंदरजीत सिंह बिंट्टा ने कहा कि खालिस्तान न कभी बना था, न बनेगा, न बनने दिया जाएगा। पंजाब में खालिस्तान का नामोनिशान नहीं है और कभी रहेगा भी नहीं। खालिस्तान बनाने के लिए हमारी लाश से गुजरना होगा। कनाडा में सिख उग्रपंथियों के सवाल पर बिंट्टा ने कहा कि विदेश में रहने वाले ज्यादातर सिख हिंदुस्तान से प्यार करते हैं। कनाडा या अमेरिका में छिपे वांछित उग्रपंथियों को वापस लाने के प्रयास करने चाहिए। - भाजपा पूरा करने अपना वादा कश्मीर से धारा 370 हटाने के सवाल पर बिंट्टा ने कहा कि भाजपा को अपना यह वादा पूरा करना चाहिए। इस धारा के हटने के बाद सबसे पहले वह कश्मीर में जमीन खरीदेंगे। वह तो कहते हैं कि इसका विरोध करने वाला हर शख्स देश के खिलाफ है।
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