भदोही में गिरफ्तारी के भय से बिजली टावर पर चढ़ा आरोपित, युवती को जिंदा जलाने और छेडख़ानी का आरोप
गोपीगंज क्षेत्र के कसिदहां गांव में बुधवार को गिरफ्तारी के भय से आरोपित व्यक्ति बिजली के टावर पर चढ़ गया। वह 11 हजार वोल्ट के खंभे के मध्य पर खड़ा हो गया। वह पुलिस पर फर्जी मुकदमा दर्ज किये जाने का आरोप लगा रहा था।
भदोही, जेएनएन। गोपीगंज क्षेत्र के कसिदहां गांव में बुधवार को गिरफ्तारी के भय से आरोपित व्यक्ति बिजली के टावर पर चढ़ गया। वह 11 हजार वोल्ट के खंभे के मध्य पर खड़ा हो गया। वह पुलिस पर फर्जी मुकदमा दर्ज किये जाने का आरोप लगा रहा था। वह कूदकर जान देने की धमकी दे रहा था। सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक केके ङ्क्षसह ने न्याय का भरोसा दिलाते हुए किसी तरह से उसे नीचे उतारा।
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कसिदहां गांव में युवती को ङ्क्षजदा जलाने के आरोप में दो दिन पहले पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी को लेकर आरोपित राम प्रसाद सुबह विद्युत टावर पर चढ़ गया। देखते ही देखते आस-पास के गांव के लोगों की भी भीड़ लग गई। गांव के लोग उसे उतारने का प्रयास करते रहे लेकिन उसने इन्कार कर दिया। वह कहता रहा था कि केस में उसे फर्जी मुकदमे में फंसाया गया है। जब तक इसका निस्तारण नहीं हो जाता तब तक वह नीचे नहीं उतरेगा। प्रभारी निरीक्षक केके ङ्क्षसह ने बताया कि आरोपित को नीचे उतारकर छोड़ दिया गया है। मामले की अभी जांच चल रही है।
पानी की टंकी और विद्युत टावर को बनाया इंसाफ का हथियार
जब न्याय मिलने से भरोसा उठ गया तो पीडि़तों ने पानी की टंकी और विद्युत टावर को ही हथियार बनाना मुनासिब समझा। कसिदहां में टावर पर चढऩे का पहला वाकया नहीं है। इसके पहले भी जिले में कई घटनाएं हो चुकी हैं। तत्काल तो अधिकारियों की ओर से भरोसा दिला दिया जाता है लेकिन जैसे ही वह टावर से नीचे उतरता है कि मामला कानूनी-दांव पेंच में उलझ जाता है। होता वही है जो टंकी अथवा टावर पर चढऩे के पहले होता आया है।
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कसिदहां में ङ्क्षजदा जलाने और छेडख़ानी के आरोप में पांच के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। एक माह तक मामले को दबाया रखा गया। अचानक मामला गरमाया और पड़ोस के लोगों पर निशाना साध लिया गया। हकीकत क्या है यह तो पुलिस की जांच में स्पष्ट हो पाएगा लेकिन टावर पर चढ़कर जान देने की धमकी देने वाले रामप्रसाद को न्याय ही चाहिए। प्रभारी निरीक्षक केके सिंह ने भी यही भरोसा भी दिया है। इसके पहले जोरई में भूमि को लेकर केशवपुर सरपताहां गांव के गुलाब भी मुख्यालय के पास बनी पानी की टंकी पर चढ़ गया था। जोरई के प्रधान के पति पर आरोप लगा रहा था लेकिन वह भी मामला अभी तक कागजों में ही पेंग भर रहा है। इसी तरह गेराई गांव की एक महिला पानी की टंकी पर चढ़ गई थी। वह भी भूमि पर कब्जा करने का आरोप गांव के ही लोगों पर लगा रही थी। सक्रिय हुई राजस्व विभाग की टीम मौके पर जाकर मेड़बंदी करा दी लेकिन कुछ ही दिन बाद पीडि़ता फिर मुख्यालय पर चक्कर लगाने लगी।