Move to Jagran APP

प्रदेश के 633 कस्बों की बिजली व्यवस्था होगी हाईटेक, 18 माह में पूरा करना है रियल टाइम डाटा एक्यूजिशन सिस्टम

प्रदेश के 633 कस्बों की बिजली व्यवस्था हाईटेक होगी। इसके तहत 1745 उपकेंद्रों के फीडरों को सीधे लखनऊ व नोएडा स्थित कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 09:50 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 02:47 PM (IST)
प्रदेश के 633 कस्बों की बिजली व्यवस्था होगी हाईटेक, 18 माह में पूरा करना है रियल टाइम डाटा एक्यूजिशन सिस्टम
प्रदेश के 633 कस्बों की बिजली व्यवस्था होगी हाईटेक, 18 माह में पूरा करना है रियल टाइम डाटा एक्यूजिशन सिस्टम

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। प्रदेश के 633 कस्बों की बिजली व्यवस्था हाईटेक होगी। इसके तहत 1745 उपकेंद्रों के फीडरों को सीधे लखनऊ व नोएडा स्थित कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। इससे फीडरों पर ओवर करंट, अर्थ फाल्ट, पावर, रियेक्टिव पावर, वोल्टेज, फ्रिक्वेंसी, लोड की आनलाइन निगरानी हो सकेगी। साथ ही आनलाइन ही फीडर या उससे जुड़े ओवरलोड ट्रांसफार्मर को बंद करने की भी सुविधा मिलेगी। इसके लिए 'जीÓ इलेक्ट्रिक कंपनी व पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के बीच मंगलवार को करार हुआ। स्काडा (सुपरवायजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजिशन ) के पहले चरण का यह कार्य इस कंपनी को अन्य डिस्कॉम में भी करना होगा। लगभग 58.97 करोड़ की लागत से यह कार्य 18 माह में पूरा करना है।

loksabha election banner

लगेगी फीडर रियल टाइम यूनिट

फीडर के पास कंपनी रियल टाइम यूनिट लगाएगी, जो सीधे उपकेंद्रों के फीडरों से जुड़ेगी। इसके बाद मल्टी प्वाइंट प्रोटोकाल लिंक सिस्टम लगेगा। यहां से वास्तविक डाटा लखनऊ व नोएडा स्थित कमान सेंटर फिर अधिकारियों को मिलेगा जिससे वे निगरानी कर सकेंगे।

सैफी-सैडी का अहम रोल

पहले चरण में सैफी व सैडी सिस्टम से कार्य होगा। सैफी यानी सिस्टम एवरेज इंट्रप्शन फ्रिक्वेंसी इंडेक्स व सैडी को सिस्टम एवरेज इंट्रप्शन ड्यूरेशन इंडेक्स कहा जाता है। इसके माध्यम से पता चलेगा कि फीडर कब-कब कितनी अवधि के लिए बंद हुआ। इस पर संबंधित अधिकारियों को जवाब भी देना होगा।

प्राथमिकता में यह शहर

हर डिस्कॉम से कुछ प्रमुख शहरों में प्राथमिकता के साथ कार्य होगा, जिसे इसी माह शुरू करना है। इसमें पूर्वांचल के वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, मध्यांचल का लखनऊ, केस्को का कानपुर, पश्चिमांचल के मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा व दक्षिणांचल के आगरा, मथुरा व अलीगढ़ शामिल है। प्रबंध निदेशक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, के बालाजी ने कहा कि यह सिस्टम लागू होने के बाद बिजली व्यवस्था हाईटेक हो जाएगी। प्रथम चरण में अभी फीडरों को जोड़ा जा रहा है। इसके बाद सभी बिजली घर, वितरण के ट्रांसफार्मर व उपभोक्ताओं की पूरी डिटेल भी इस सिस्टम से जुड़ेगी। इसके लिए 31 दिसंबर को जी कंपनी के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुआ।

यूपी आरटी-डैस में शामिल कस्बे व उपकेंद्र

पूर्वांचल डिस्कॉम

141 : कस्बे

348 : उपकेंद्र

केस्को डिस्कॉम

01 : कस्बा

103 : उपकेंद्र

मध्यांचल डिस्कॉम

178 : कस्बे

482 : उपकेंद्र

पश्चिमांचल डिस्कॉम

137 : कस्बे

497 : उपकेंद्र

दक्षिणांचल डिस्कॉम

176 : कस्बे

324 : उपकेंद्र


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.