#GoodNews: मीरजापुर स्थित बीएचयू दक्षिणी परिसर में 50 मेगावाट का सोलर प्लांट
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मीरजापुर स्थित दक्षिणी परिसर बरकछा में जल्द ही सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित होगा जिससे 50 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी।
वाराणसी [अनुराग सिंह]। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मीरजापुर स्थित दक्षिणी परिसर बरकछा में जल्द ही सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित होगा। जिससे 50 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी। प्लांट की स्थापना के लिए कई कंपनियां बीएचयू से लगातार संपर्क में हैं। कंपनी अपने खर्च पर प्लांट स्थापित करेगी। अगले 25 साल तक विवि की विद्युत जरूरत पूरा करने के बाद शेष बिजली बेच भी सकेगी, जिसका आधा हिस्सा बीएचयू के खाते में आएगा। जिसका उपयोग विश्वविद्यालय परिसर के रखरखाव और विकास कार्यों में होगा।
बीएचयू में पहले से जारी है काम : अभी बीएचयू परिसर में सोलर एनर्जी कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड (सेफी) के अंतर्गत सोलर पैनल का काम 37 करोड़ रुपये से चल रहा। इस पर विवि को काफी धन खर्च करना पड़ा है। हालांकि, जल्द ही दक्षिणी परिसर में धन लगाए बिना करीब 50 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा। कंपनियों के प्रेजेंटेशन के बाद बीएचयू जल्द योजना को अमलीजामा पहनाएगा।
बाजार से आधे दाम पर बिजली : बरकछा परिसर में खाली जमीन पर 50 मेगावाट तक का सोलर प्लांट लगाया जा सकता है। वहीं परिसर में लगभग पांच मेगावाट की बिजली खपत है। संबंधित कंपनी बाजार के आधी दर पर परिसर में बिजली देगी। परिसर में सप्लाई के बाद भी शेष 45 मेगावाट बिजली बेचने को कंपनी स्वतंत्र होगी। शर्त है कि बिक्री से आय का आधा हिस्सा विवि के खाते में जाएगा।
25 साल तक रखरखाव का जिम्मा : चयनित कंपनी को चार से पांच वर्षों में सोलर प्लांट लगाने का काम पूरा करना होगा। इसके अलावा 25 वर्ष तक प्लांट के रखरखाव की जिम्मेदारी उसी पर होगी।
बोले कुलपति : विवि की आय बढ़ाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा। इस क्रम में बरकछा कैंपस में सोलर प्लांट लगाने को कंपनियां आमंत्रित की गई हैं। बिना धन खर्च किए जरूरत पूरा करने के साथ आय भी बढ़ेगी। - प्रो. राकेश भटनागर, कुलपति, बीएचयू।