बगैर परीक्षा दिए पास होंगे पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 4.80 लाख छात्र, गाइड लाइन पर अंतिम निर्णय
कोरोना संक्रमण काल के कारण पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 894 महाविद्यालयों के करीब 4.80 लाख छात्र-छात्राएं बगैर परीक्षा दिए ही इस बार उत्तीर्ण हो जाएंगे।
जौनपुर, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय की स्थगित यूजी-पीजी परीक्षा को न कराने का निर्णय लिया है। फिलहाल इसकी गाइड लााइन पर दो दिनों में अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। हालांकि विश्वविद्यालय ने छात्रों के आंकड़ों के साथ तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में के 894 महाविद्यालयों के करीब 4.80 लाख छात्र-छात्राएं बगैर परीक्षा दिए पास हो जाएंगे। विश्वविद्यालय के जिम्मेदार लोगों की मानें तो शासन से आदेश प्राप्त होने के बाद परीक्षा समिति व परीक्षा संचालन समिति की बैठक होगी। जिसके बाद तय गाइड लाइन पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब 894 महाविद्यालय हैं। जहां पंजीकृत यूजी-पीजी छात्र-छात्राओं की संख्या चार लाख 80 हजार के करीब बताई जा रही है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते देश में 22 मार्च के बाद से सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। जिसे संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन व शासन की तरफ से कई बार तिथियां घोषित की गईं लेकिन परीक्षा संपन्न नहीं हो सकी। 30 जून को अनलॉक-2 की घोषणा के साथ प्रदेश सरकार ने राज्य विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाओं को रद्द करने और छात्रों को प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। छात्रों को प्रमोट कैसे किया जाएगा अभी इस पर ठोस निर्णय नहीं हो पाया है। विश्वविद्यालय के जानकारों की मानें तो स्नातक में पहले वर्ष के छात्र को औसत अंक, दूसरे वर्ष के छात्र को पहले वर्ष मिले अंक के आधार पर प्रोन्नत किया जाएगा। तीसरे वर्ष के छात्र को दोनों वर्ष के अंकों के औसत पर पास किया जाएगा। यही फार्मूला पीजी के छात्रों पर लागू होगा। ऐसा हुआ तो विभिन्न जनपदों में करीब चार लाख 80 हजार छात्र बगैर परीक्षा दिए पास हो जाएंगे। मौखिक और प्रायोगिक विषयों में कैसे नंबर दिया जाएगा। इस पर भी मंथन जारी है।
संबद्ध हैं 894 महाविद्यालय
पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध जौनपुर जनपद में कालेजों की संख्या 184 है। यहां यूजी में छात्राओं की संख्या 65500 व छात्रों की संख्या 45300 तथा पीजी में छात्राएं 14300 व छात्र 7300 हैं। इसी तरह गाजीपुर में 321 महाविद्यालय संचालित हैं। यहां यूजी में 59700 छात्राएं व 47000 छात्र हैं तो पीजी में छात्राएं 10500 व छात्र 5800 हैं। आजमगढ़ में कालेजों की संख्या 240 है। यूजी में छात्राएं 73700 व छात्र 44500, पीजी में छात्राएं 12600 व छात्र 5500 हैं। मऊ में कालेजों की संख्या 148 है। यहां भी यूजी में छात्राओं की संख्या 44500 व छात्रों की संख्या 30700 तथा पीजी में छात्राओं की संख्या 6700 व छात्र 3300 हैं। वहीं हंडिया प्रयागराज का सिर्फ हंडिया पीजी कालेज संबद्ध है। यहां यूजी के छात्राओं की संख्या 710 व छात्र 750 तथा पीजी में छात्राएं 270 व छात्र 236 पंजीकृत हैं। जिन्हें शासन के आदेश पर विश्वविद्यालय प्रशासन व परीक्षा संचालन समिति की बैठक के बाद प्रोन्नत का लाभ मिल सकता है।
विश्वविद्यालय को कोई गाइडलाइन प्राप्त नहीं हो जाती है कुछ कह पाना मुश्किल
इस बाबत कुलसचिव परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह ने बताया कि अभी हम लोगों को परीक्षा रद होने की जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से हुई है। शासन द्वारा जब तक विश्वविद्यालय को कोई गाइडलाइन प्राप्त नहीं हो जाती है कुछ कह पाना मुश्किल है। शासन से गाइडलाइन आने के बाद बैठक होगी जिसमें प्रोन्नत का फार्मूला तय किया जाएगा।