Move to Jagran APP

कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटते ही काशी की बेटी को जगी इंसाफ की आस Varanasi news

केंद्र सरकार की ओर से तीन तलाक पर कानून बनाने के बाद अब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के साथ 35 ए हटने से भी मुस्लिम महिलाओं में न्याय की आस बढ़ गई है।

By Edited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 01:17 AM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 10:02 PM (IST)
कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटते ही काशी की बेटी को जगी इंसाफ की आस Varanasi news

वाराणसी  [रत्नाकर दीक्षित]। केंद्र सरकार की ओर से तीन तलाक पर कानून बनाने के बाद अब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के साथ 35 ए हटने से भी मुस्लिम महिलाओं में न्याय की आस बढ़ गई है। इन्हीं में शुमार है बनारस की एक बेटी। जिसे न्यास का इंतजार है। कश्मीरी युवक से ब्याह रचाने वाली इस युवती की कहानी दर्दनाक ही नहीं खौफनाक भी है। मामला जैतपुरा थाने के एक मोहल्ले का है। श्रीनगर निवासी युवक सज्जाद (काल्पनिक नाम) कुछ वर्ष पूर्व काम करने बनारस आया। जैतपुरा थाने के एक मोहल्ले में किराए पर रहने के साथ वह वेल्डिंग की दुकान पर काम करने लगा।

loksabha election banner

इसी बीच मकान मालिक की लड़की जायरा (काल्पनिक नाम) से उसका प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। कहते हैं कि इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छिपते। मोहल्ले और गलियों से बात होते हुए घर वालों तक जा पहुंची। परिजनों के मना करने पर भी दोनों के प्यार में कमी नहीं आई। अंत में घरवालों ने दोनों का निकाह करा दिया। इसी बीच जायरा व सज्जाद से एक बेटा हुआ। कश्मीरी युवक सज्जाद करीब यहां चार साल रहने के बाद अपने घर श्रीनगर जाने की तैयारी करने लगा। जायरा बेटे को लेकर पति संग श्रीनगर को रवाना हो गई।

पहले से थी एक बीवी : बड़े अरमान के साथ जायरा ससुराल पहंची। दुखद यह कि ससुराल में प्रवेश करते ही उसे सदमा लगा। वहां पहले से ही सज्जाद की बीवी थी। जायरा को देखते घर में कलह शुरू हो गई। मामला बिगड़ते देख जायरा बेटे संग बनारस आ गई।

मामला जा पहुंचा न्यायालय : जायरा की सुनवाई जब वहां नहीं हुई तो उसने मायके आने के बाद जैतपुरा थाने में घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज करा दिया। तीन साल से कोर्ट द्वारा सम्मन व सूचना दी जा रही है, लेकिन कोई उत्तर आज तक नहीं मिला। यही नहीं वहां के संबंधित थाने के पुलिस अधिकारी को भी सूचना दी गई लेकिन न्याय आज तक नहीं हुआ।

बोले पीडि़ता के वकील : जम्मू-कश्मीर में अभी तक रणवीर दंड संहिता थी। अब अनुच्छेद 370 हटने से कानून में भी समानता आएगी और पीड़िता को न्याय मिलने में आसानी होगी। - करुणेश आनंद श्रीवास्तव, पीड़िता के अधिवक्ता।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.