संक्रामक रोग : वाराणसी में 35 मोहल्ले संवेदनशील, विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान का आगाज
कोरोना संक्रमण के बीच संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की शुरूआत बनारस में हो गई है। शहर के 35 मोहल्ले संक्रामक रोग के मद्देनजर संवेदनशील घोषित किए जाएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बीच संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की शुरूआत 2 जून यानी बीते बुधवार को हुई। इसके तहत पहले दिन सरकारी विभागों के कर्मियों को संचारी रोगों व दिमागी बुखार पर नियंत्रण के लिए जागरूक किया गया। शासन के निर्देश पर एक से 31 जुलाई तक चलने वाले अभियान की साप्ताहिक रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को राज्य मुख्यालय भेजना होगा। संक्रामक बीमारियों की दृष्टि से शहर के 35 संवेदनशील घोषित मोहल्लों में विशेष पहल की जाएगी।
16 जुलाई से दस्तक अभियान होगा शुरू
एक माह तक चलने वाले अभियान के लिए आशा व एएनएम को प्रशिक्षित किया जा चुका है। एक से 15 जुलाई तक अलग-अलग विभाग अपने दायित्व के हिसाब से अभियान में सहयोग करेंगे, जबकि 16 जुलाई से दस्तक अभियान शुरू होगा। जिला मलेरिया अधिकारी डा. एसपी पांडेय के मुताबिक बरसात में जलभराव के कारण मच्छर पैदा होने से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा होता है। सीएमओ डा. वीबी सिंह के नेतृत्व में एएनएम, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सफाई कर्मचारी दस्तक अभियान के दौरान घर-घर जाकर संक्रामक रोगों, मच्छर जनित रोगों और कोरोना के बारे में लोगों को जानकारी देंगे।
इन मोहल्लों में चलेगा विशेष अभियान
संक्रामक बीमारियों की दृष्टि से सरैंया, कच्चीबाग, काजी सादुल्लापुरा, राजापुरा, कटेहर, पीलीकोठी, बुनकर कालोनी, हनुमान फाटक, जलालीपुरा, पटिया, छित्तनपुरा, बड़ी बाजार, शक्कर तालाब, पठानीटोला, अंबिया मंडी, कमलगड़हा, कज्जाकपुरा, कमालपुरा, कुतुबन शहीद, सुग्गा गड़ही, लल्लापुरा, मदनपुरा, नक्खीघाट, फुलवरिया, दीनदयालपुर, चेतगंज, राजघाट, कोनिया, लड्ढनपुरा, पांडेयपुर, टकटकपुर, देवनाथपुरा, आदमपुर, बड़ी पियरी व बजरडीहा संवेदनशील मोहल्ले घोषित हैं।
क्लोरीन की गोलियां तथा ब्लीचिंग पाउडर का स्टाॅक किया गया
नगर निगम ने संक्रामक रोगों से रोकथाम के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत संवेदनशील मोहल्लों में सतर्क निगाह रखी जाएगी। छिड़काव के लिए क्लोरीन की गोलियां तथा ब्लीचिंग पाउडर का स्टाॅक कर लिया गया है। ओआरएस घोल के पैकेट भी मंगाए जा रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निबटा जा सके। डाक्टरों व कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगा दी गई है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. एसपी पांडेय का कहना है कि संचारी रोगों व दिमागी बुखार के नियंत्रण के लिए जन-जागरूकता जरूरी है। अपने आस-पास स्वच्छता का पूरा ख्याल रखें और कहीं भी पानी जमा न होने दें।