एयरपोर्ट पर हडकंप : फर्जी वीजा पर 29 यात्री बैंकाक से पहुंच गए वाराणसी, होगी वापसी
बैंकॉक से वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे करीब 29 यात्रियों का वीजा फर्जी पाया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। वाराणसी के एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रविवार को दोपहर में बैंकॉक से वाराणसी आने वाले इंडिगो एयरलाइंस के विमाम से वाराणसी पहुंचे 30 बुद्धिस्टों के समूह में 29 बुद्धिस्टों के वीजा में गड़बड़ी पायी गयी। इमीग्रेशन जांच के दौरान वीजा में गड़बड़ी मिलने के बाद समूह के सभी बुद्धिस्टों को एयरपोर्ट के मुख्य टर्मिनल भवन में ही रोक लिया गया। उसके बाद उनको बैंकॉक जाने वाले थाई स्माईल एयरवेज से वापस बैंकॉक भेजने का प्रयास किया गया लेकिन देर होने के चलते वह विमान भी चला गया। अब सभी बुद्धिस्टों को एयरपोर्ट पर टर्मिनल में ही रात गुजारनी पड़ेगी।
जानकारी के अनुसार वाराणसी के एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रविवार को बैंकॉक से वाराणसी पहुंचे इंडिगो एयरलाइंस के विमान 6ई98 से आने वाले अन्य यात्रियों के साथ 30 बुद्धिस्टों का एक समूह भी पहुंचा। एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद अंतरराष्ट्रीय आगमन क्षेत्र में जब इमीग्रेशन जांच की जाने लगी उस दौरान 29 लोगों के वीजा में गड़बड़ी पाई गई। अधिकारियों की मानें तो सरकारी डेटाबेस में जब उनके वीजा को सर्च किया गया तो यात्री से सम्बंधित कोई जानकारी नहीं मिली। उसके बाद जांच के दौरान एक एक कर समूह के सभी 29 लोगों के वीजा में गड़बड़ी पायी गयी जिससे उनको रोक लिया गया। हालांकि उस समूह के मुखिया का वीजा सही पाया गया लेकिन वह भी एयरपोर्ट पर रूक गया। एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों के वीजा से सम्बंधित कोई विस्तृत जानकारी न मिल पाने के चलते वीजा को फर्जी करार देते हुए सभी यात्रियों को रोक दिया गया।
सेम डे में भेजना चाहिए था वापस : इस बारे में एयरपोर्ट निदेशक अनिल कुमार राय से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि फर्जी वीजा के सहारे वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे यात्रियों को रविवार को ही वापस भेज दिया जाना चाहिए था। लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने के चलते जांच पड़ताल में सम्भवतः देरी हुई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस में फिलहाल यात्रियों की कोई गलती सामने नहीं आ रही है क्योंकि सभी लोगों ने किसी ट्रैवल एजेंट के माध्यम से टिकट बुक कराया था और उसी के माध्यम से वीजा भी बनवाया था। फिलहाल अब यात्री एयरपोर्ट पर ही रुके रहेंगे और सोमवार को उनको बैंकाक वापस भेजा जाएगा। रात में यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के स्टॉफ को तैनात किया जाएगा तथा एयरलाइंस द्वारा यात्रियों को समस्त सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इधर एयरपोर्ट के मुख्य टर्मिनल भवन में रोके जाने के बाद सभी बुद्धिस्ट परेशान नजर आये।
विमानन क्षेत्र से जुड़े विश्वस्त सूत्रों की माने तो एयरलाइंस, ट्रेवेल एजेंट और इमीग्रेशन की मिलीभगत से ऐसे काम अक्सर ही किए जाते हैं। यही कारण है कि बैंकॉक से वाराणसी के लिए प्रस्थान करते समय भी यात्रियों की विधिवत जांच की गयी होगी। लेकिन इस दौरान फर्जी वीजा के सहारे यात्री विमान में बैठे और वाराणसी चले आए। वाराणसी एयरपोर्ट इमीग्रेशन के अधिकारियों की सक्रियता और सघन जांच के कारण उनको रोक लिया गया। ऐसी स्थिति में इमीग्रेशन द्वारा एयरलाइंस के किलाफ कार्यवाही की जाती है लेकिन इस बारे में इमीग्रेशन के जिम्मेदार अधिकारियों से बात किया गया तो वे कुछ भी बोलने से कतराते रहे।