वाराणसी में परिषदीय विद्यालय के 224 हेडमास्टरों के पद समाप्त, कई विद्यालयों का हुआ विलय
बेसिक शिक्षा विभाग ने एक ही परिसर में अलग-अलग संचालित हो रहे प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को विलय कर दिया है। वहीं वाराणसी में 224 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों विलय कर अब एक कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग ने एक ही परिसर में अलग-अलग संचालित हो रहे प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को विलय कर दिया है। वहीं जनपद में 224 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों विलय कर अब एक कर दिया है। दो विद्यालय एक में विलय किए जाने से जनपद में 224 हेडमास्टरों का पद भी समाप्त कर दिया गया है। ऐसे प्राथमिक विद्यालयों के हेडमास्टरों को अब सहायक अध्यापक बना दिया गया है।
जनपद में पहले 1368 परिषदीय विद्यालय थे। इसमें 1014 प्राथमिक व 354 उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। वहीं अब जनपद में विद्यालयों की संख्या घटकर 1144 हो गई है। इसमें 791 प्राथमिक, 133 उच्च प्राथमिक विद्यालय व 220 कंपोजिट विद्यालय शामिल है। खास बात है कि विद्यालयों की संख्या कम होने के बावजूद छात्रसंख्या बढ़ी है। गत वर्ष की तुलना में पूरे जनपद में अब तक महज 1179 छात्र ही हैं। सत्र 2018-19 में कक्षा एक से आठ तक जनपद में कुल 183103 बच्चे पंजीकृत थे। जबकि सत्र 2019-20 में छात्रसंख्या बढ़कर 184282 पहुंच गई है। वहीं सत्र 2020-21 में छात्रसंख्या दो लाख से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है। बीएसए राकेश ङ्क्षसह ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमण के बावजूद इस वर्ष करीब 25000 बच्चे विभिन्न ब्लाकों में बढ़े हैं। हालांकि अभी ब्लाकों से बढ़ी हुई छात्रसंख्या का आकड़ा नहीं तैयार हो सका है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक बच्चों की सटीक संख्या का आकलन किया जाएगा।
विलय होने के बाद जनपद में परिषदीय विद्यालयों की संख्या इस प्रकार है
791 प्राथमिक विद्यालय
133 उच्च प्राथमिक विद्यालय
220 कंपोजिट विद्यालय
1144 कुल विद्यालय