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वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के 16 थानों में 215 शूटर चिह्नित, लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई

पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बीते 10 वर्षों में हत्या की वारदातों में शामिल रहे 215 शूटरों को चिह्नित कर उनकी सूची बनवाई है। यह सूची शूटरों के निवास स्थान के आधार पर तैयार की गई है। 16 थानेदारों को शूटरों की गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 09:10 AM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 09:10 AM (IST)
10 वर्षों में हत्या की वारदातों में शामिल रहे 215 शूटरों को चिह्नित कर उनकी सूची बनवाई है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बीते 10 वर्षों में हत्या की वारदातों में शामिल रहे 215 शूटरों को चिह्नित कर उनकी सूची बनवाई है। यह सूची शूटरों के निवास स्थान के आधार पर तैयार की गई है। उन्होंने कमिश्नरेट के 16 थानेदारों को शूटरों की गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। चिह्नित शूटरों में सर्वाधिक 45 कैंट थाना क्षेत्र के निवासी हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि जो थानेदार टास्क को पूरा करने में असफल रहेंगे वह विभागीय कार्रवाई की जद में आएंगे। इस कार्य से महकमे में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

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निरोधात्मक कार्रवाई में देरी न करें

पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि चिह्नित शूटरों की वर्तमान गतिविधियों के बारे में पता लगाएं। एक-एक शूटर की निगरानी की जिम्मेदारी बीट के सिपाही व हल्के के दारोगा को दी जाए। फिर थाना प्रभारी उनका सत्यापन करें। उनके आर्थिक स्रोतों, करीबियों, जमानतदारों व शरणदाताओं के बारे में जानकारी जुटाएं। उनकी गतिविधियां गलत प्रतीत होती हैं तो निरोधात्मक कार्रवाई में देरी न करें। गतिविधियों की निगरानी में किसी भी स्तर पर चूक न होने पाए। इस संबंध में थाना प्रभारियों को आगाह भी किया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि कई बार ऐसा होता है कि अपराधियों की गतिविधियों की निगरानी न होने पर वह जमानत पर छूट कर फिर आपराधिक वारदातों में लिप्त हो जाते हैं।

थाना अपराधियों की संख्या

कैंट 45

कोतवाली 22

चौक 22

सारनाथ 17

लंका 14

सिगरा 14

भेलूपुर 14

शिवपुर 13

जैतपुरा 12

चेतगंज 09

लालपुर 08

मंडुआडीह 07

दशाश्वमेध 06

आदमपुर 04

रामनगर 04

लक्सा 04

कुल 215

ग्रामीण पुलिस ने विद्यालयों में लगाई साइबर पाठशाला

इंटरनेट मीडिया के दौर साइबर अपराध के संबंध में जागरूक करने के लिए ग्रामीण पुलिस ने विभिन्न विद्यालयों में साइबर पाठशाला लगाई। इस दौरान छात्राओं व शिक्षकों तथा अविभावकों को साइबर अपराध जैसे इंटरनेट बैकिंग, एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, कामर्शियल वेबसाइट फ्राड, वालेट, यूपीआइ संबंधित धोखाधड़ी में बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत कराया गया। फेसबुक हैकिंग, बारकोड के माध्यम से होने वाले फ्राड, वाट्सएप हैकिंग से बचाव, फर्जी वेबसाइट से होने वाले फ्राड के संबंध में सावधानियां, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम आदि इंटरनेट मीडिया साइट्स से हनी ट्रैप आदि के बचाव के संबंध में विस्तृत रूप से व्याखान दिया गया। इसके साथ ही खाते से धोखाधड़ी से पैसा निकलने की दशा में तुरंत 155260 पर काल करने के लिए जागरूक किया गया। डीजीपी ने प्रदेश के सभी जिलों में माह के पहले बुधवार को पुलिस की ओर से साइबर जागरुकता दिवस के अंतर्गत साइबर अपराध के संबंध में आमजन को जागरुक किए जाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में साइबर थाना के प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ल व उनकी टीम ने जीवन ज्योति हायर सेकेण्डरी स्कूल सारनाथ, प्रभारी साइबर सेल सचिन पटेल ने राजातालाब स्थित पायनियर कान्वेंंट स्कूल, चोलापुर पुलिस ने आदित्य नारायण सिंह पब्लिक स्कूल सहित शांति शिक्षा निकेतन महाविद्यालय, वाराणसी पब्लिक स्कूल तथा मार्कंडेय महादेव आईटीआई कालेज में साइबर पाठशाला लगाई गई। इस दौरान छात्र-छात्राओं व शिक्षकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।


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