वाराणसी मंडलीय अस्पताल में रोजाना पहुंच रहे 200 मरीज, बाहर के खानपान से उपजी समस्याओं में इजाफा
Varanasi Divisional Hospital वाराणसी जिले में मंडलीय अस्पताल में इन दिनों 200 मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। बाहर के खानपान को लेकर उपजी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर मरीजों की संख्या में इन दिनों पर्याप्त इजाफा हुआ है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। बाहर के खानपान सेहत को नुकसान पहुंचा रहे है। मंडलीय जिला अस्पताल में रोजाना पेट दर्द की समस्या के ही 200 के करीब मरीज सामने आ रहे है। ऐसे में डाक्टर मरीजों और तीमारदारों को परहेज करने के उपाय बता रहे है।
डा. शाश्वत सिंह ने बताया कि इस समय वायरल फीवर, सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीज आ रहे है। सबसे अधिक पेट की समस्या है। ऐसा इस लिए हो रहा है कि खानपान के प्रति सतर्कता नहीं बरती जा रही है। सड़क के बाहर लगने वाले ठेलों पर साफ-सफाई का ध्यान नहीं दिया जाता है। जिसकी वजह से अनेकों बीमारियों उत्पन्न हो रही है। हर किसी की खाना खाने और अपनी डाइट को प्लान करने की अलग आदत होती है, जिसमें किसी की गलत होती है तो किसी की सही आदतें शामिल होती हैं। जब खाना खाने की कुछ गलतियों को अपने साथ रखते हैं तो इससे आप खुद को नुकसान पहुंचा रहे होते है।
गलत आहार से स्ट्रोक और हार्ट अटैक का भी खतरा : कई लोग ऐसे हैं जिनके गलत खानपान की आदत के कारण उन्हें स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि अपने दिनचर्या में बदलाव लाया जाए। साथ ही बाहर के खान-पान से दूरी बनाया जाए, क्योंकि शरीर को सबसे अधिक नुकसान बाहर के खान-पान के कारण होते है। यही वजह है कि अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है।
यह करें परहेज : इस समय आइस्क्रीम का सेवन सबसे अधिक सेहत को नुकसान पहुंचा सकते है। साथ ही ठेले पर बिकने वाले चाट, चाऊमीन, बर्गर, मंचूरियन, फ्राइड राइस आए दिन खाने से पेट की भारी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
दिन में दो से तीन बार पीएं गुनगुना पानी : दिन में दो से तीन बार अजवाइन, लौंग डालकर पानी पीने से गले के खिच-खिच को दूर किया जा सकता है। साथ ही पेट की समस्या से भी निजात दिलाने में काफी कारगर साबित होता है।