छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष को निष्कासन का नोटिस
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्रधर द्विवेदी पर संबद
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्रधर द्विवेदी पर संबद्धता विभाग के कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने व जबरन गोपनीय पत्र छीनने के आरोप है। इस आरोप में पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है। वहीं सोमवार को उन्हें निष्कासन का नोटिस दिया गया।
चीफ प्रॉक्टर लालजी मिश्र की ओर से जारी नोटिस में छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष से एक सप्ताह के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि क्यों न आपके खिलाफ निलंबन व निष्कासन की कार्रवाई की जाय। नोटिस छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष के स्थाई पते भेज दी गई है।
छात्रों में आक्रोश : दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्रवाई से छात्रों में आक्रोश व्याप्त है। इसे देखते हुए परिसर में पूरे दिन पुलिस फोर्स तैनात रही। इतना ही नहीं छात्रों ने धरना देने की कोशिश की लेकिन प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने दरी जब्त कर ली। इसके बावजूद छात्रों ने केंद्रीय कार्यालय के सामने सभा की। इसमें वक्ताओं ने कहा कि संबद्ध एक कालेज के प्राचार्य का अनुमोदन पत्र पिछले एक सप्ताह से बनकर तैयार था। आरोप लगाया कि महाविद्यालय से धन उगाही के लिए इसे डिस्पैच नहीं किया जा रहा है। विरोध करने पर छात्रों पर फर्जी मुकदमें लाद दिए गए। विचार व्यक्त करने वालों में छात्रसंघ महामंत्री नरेंद्र कुमार मिश्र, उपाध्यक्ष रंजीत कुमार तिवारी, पुस्तकालय मंत्री ललित कुमार शर्मा, डा. साकेत कुमार शुक्ल, विवेक कुमार चौबे, शिव शंकर यादव, अमित तिवारी सहित अन्य लोग शामिल थे।
महत्वपूर्ण बिंदु
- छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. रामपूजन पांडेय की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित
- विश्वविद्यालय में तनाव व्याप्त, पुलिस तैनात
- वीसी आवास पर पीएसी तैनात करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखा पत्र
- प्राचार्यो व शिक्षकों को कार्यालय में टहलने पर रोक
- सीसी कैमरे से की जाएगी निगरानी
- अनावश्यक कार्यालय में पाए जाने पर होगी कार्रवाई।