बुद्ध की अस्थि अवशेष शोभायात्रा में पुष्पवर्षा
वाराणसी : सारनाथ के महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से मूलगंध कुटी बौद्ध विहार के 84वें वार्षिकोत
वाराणसी : सारनाथ के महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से मूलगंध कुटी बौद्ध विहार के 84वें वार्षिकोत्सव के अंतिम दिन बुधवार को मंदिर से भगवान बुद्ध की अस्थि अवशेष की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान वाद्ययंत्रों की धुन से निकले 'बुद्धम् शरणम् गच्छामि' की गूंज रही। शोभायात्रा में गेंदा और गुलाब के फूलों की वर्षा हुई।
शोभायात्रा मंदिर से दोपहर 12 बजे निकली। इसमें सबसे आगे एक वाहन पर धम्मचक्र प्रवर्तन में भगवान बुद्ध की प्रतिमा, पीछे रथ जिस पर वियतनामी बौद्ध अनुयायी बैठकर गुलाब एवं गेंदा के फूलों की वर्षा कर रहे थे। उसके बाद हाथी के हौदे पर वियतनामी भिक्षु भगवान बुद्ध की अस्थि अवशेष को लेकर बैठे थे। शोभायात्रा मंदिर से चलकर तिब्बती बौद्ध मंदिर, आकाशवाणी तिराहा, चौखंडी, स्तूप, संग्रहालय होते हुए बौद्ध मंदिर पहुंची। शोभायात्रा में भिक्षु पी. शिवाजी, डा. बेनी माधव, स्वरूपानंद, संजय मौर्य, भिक्षु झांगुर, वियतनामी, तिब्बती, श्रीलंकाई, बांग्लादेशी सहित विद्यालय समूह के विद्यार्थी शामिल थे।