सामूहिक नकल में फंसे 25 कॉलेज, 43 का रिजल्ट रुका
वाराणसी : महात्मा गाधी काशी विद्यापीठ की स्नातक वार्षिक परीक्षा में 25 केंद्र सामूहिक नकल के दाग लगे
वाराणसी : महात्मा गाधी काशी विद्यापीठ की स्नातक वार्षिक परीक्षा में 25 केंद्र सामूहिक नकल के दाग लगे हैं, इसमें 43 कालेज प्रभावित हुए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इनका परीक्षा परिणाम रोक दिया है। खास यह है कि जो छात्र सामूहिक नकल के दायरे में नहीं हैं फिर भी कालेज से जुडे़ होने के कारण उनका भी परीक्षाफल रोका गया है। इसे लेकर संबंधित कालेजों में रोष है और राहत की उम्मीद में दबाव भी बना रहे हैं।
दरअसल विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने सामूहिक नकल के आरोपी कालेजों पर तीन लाख का अर्थदंड लगाया है। साथ ही सामूहिक नकल में फंसे छात्रों का रिजल्ट निरस्त कर दिया। इतना ही नहीं आरोपी 25 केंद्रों को तीन साल के लिए डिबार कर दिया था। परीक्षा सीमिति ने आरोपी कालेजों को दो किश्तों में अर्थदंड भरने तक की राहत दी है। प्रथम किश्त जमा करने के बाद संबंधित कालेजों के सामूहिक नकल से इतर छात्रों का रिजल्ट जारी करने का भरोसा भी दिया है। इसके बाद भी अब तक मात्र एक कॉलेज ने अर्थदंड भरा है। ऐसे में लगभग 50 हजार विद्यार्थियों का रिजल्ट रुका हुआ है।
इस संबंध में संबद्ध कालेजों ने कुलपति को एक पत्रक भी सौंपा है। इसमें रिजल्ट रोकने के औचित्य पर सवाल उठाया गया है। साथ ही सामूहिक नकल के दायरे से बाहर छात्रों का रिजल्ट घोषित करने की मांग की है। कालेजों के दबाव में छह जुलाई की शाम चार बजे परीक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई गई है।
रिपोर्ट पर भी सवाल - संबद्ध कालेजों ने उड़ाका दल की रिपोर्ट पर भी सवाल उठाया है। प्रबंधकों का कहना है कि जिस विषय की परीक्षा नहीं थी, उड़ाका दल ने उस विषय में भी सामूहिक नकल की रिपोर्ट दे दी है। ऐसे में इसका पुन: परीक्षण कराया जाना चाहिए।