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Corona Virus in Varanasi : सुबह 1192 नए संक्रमित सामने आए, दस हजार से अधिक संक्रमित मरीज

वायरस संक्रमण का स्‍तर लगातार खतरनाक होता जा रहा है बुधवार की शाम सात बजे से लेकर गुरुवार की सुबह 11 बजे तक 1192 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। सैंपलों के जांच के सापेक्ष आए परिणाम में यह 40.47 फीसद का अब तक की सबसे अधिक चिंताजनक रिपोर्ट है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 12:27 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 02:58 PM (IST)
Corona Virus in Varanasi : सुबह 1192 नए संक्रमित सामने आए, दस हजार से अधिक संक्रमित मरीज
वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण का स्‍तर लगातार खतरनाक होता जा रहा है।

वाराणसी, जेएनएन। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का स्‍तर लगातार खतरनाक होता जा रहा है, बुधवार की शाम सात बजे से लेकर गुरुवार की सुबह 11 बजे तक 1192 नए  संक्रमित मरीज सामने आए हैं। सैंपलों के जांच के सापेक्ष आए परिणाम में यह 40.47 फीसद का अब तक की सबसे अधिक चिंताजनक रिपोर्ट है। सुबह परिणाम आने के बाद कुल 10968 सक्रिय मामले वाराणसी जिले में हो चुके हैं। 23761 लोग इस बीमारी को अब तक हरा चुके हैं जबकि 411 लोग जिंदगी की जंग हार चुके हैं। जबकि अब तक 35140 लोक आधिकारिक तौर पर संक्रमित हो चुके हैं। इस समय 4945 लोगों का आरटीपीसीआर का परिणाम नहीं आ सका है। परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे लोग अब चिंता में डूबे हुए हैं। 

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दो दिन बाजार रहेगा बन्द

कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बनारस के पहड़िया व्यापार मंडल ने निर्णय लिया है कि वे शनिवार व रविवार को पूर्णतः बंदी करेंगे। ये दौरान केवल दूध व सब्जी की दुकान सुबह सात बजे से दस बजे तक खोली जाएंगी। व्यापार मंडल के महामंत्री अरविंद लाल ने बताया कि इस दौरान किसी प्रकार की लापरवाही नही होगी। कोरोना का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। ऐसे में कुछ फैसले स्वतः लेने की जरूरत है। दो दिन की बंदी में कोई भी दुकानदार अपनी दुकान नही खोलेगा। मिठाई की दुकान जैसे कच्चे माल का काम करने वालो को भी सुझाव दिया है कि वे अपनी तैयारी पहले से ही कर ले। बन्दी के दौरान किसी प्रकार का बहाना नही बनाएंगे। ज्ञात हो कि पिछली बार लॉक डाउन के दौरान पहड़िया व्यापार मंडल ने अनूठी पहल करते हुए जिले में सबसे पहले इवन ओड की तर्ज़ पर दुकाने खोलने बन्द करने का फैसला लिया था जो कि बाद में पूरे जनपद में लागू हुआ था।

कोरोना ने ले ली रोटी बैंक संस्थापक किशोर कांत तिवारी की जान

मूल रूप से सासाराम बिहार के रहने वाले किशोर कांत तिवारी रामनगर में रोटी बैंक का किचन बनाकर गरीब, असहाय और मजदूरों को खाना खिलाने का कार्य करते थे। किशोर कांत अपने माता पिता को साथ में लेकर मित्र रोशन पटेल के साथ सामनेघाट में किराए के मकान में रहते थे।  रोटी बैंक चलाने के लिए बीएचयू के प्रोफेसर और वर्तमान में झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा मदद करते थे। जिन्होंने किचन और संसाधन की व्यवस्था रामनगर स्थित काशी कथा आश्रम में कराई थी। किशोर कांत तिवारी पिछले 10 दिनों से बुखार से पीड़ित थे। उन्होंने अपने फेसबुक पर टाइफाइड का जिक्र किया था। पिछले 5 दिनों से हालत खराब होने पर दो निजी अस्पताल में इलाज कराए। दो दिन पहले कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद उनकी हालत और खराब हो गई थी। गुरुवार को किशोर कांत ने अंतिम सांस ली।

किशोर कांत रोटी बैंक वाराणसी के संस्थापक थे उनके मित्र रोशन पटेल उनका सहयोग करते थे। किशोर कांत ने छित्तूपुर में आधा विस्वा जमीन लेकर रोटी बैंक के लिए कार्य शुरू कराया था, जो अधूरा ही रह गया। रोटी बैंक प्रतिदिन सामनेघाट ट्रामा सेंटर, बीएचयू, लंका, अस्सी, गोदौलिया क्षेत्र में वैन से खाना बांटते थे। कोरोना से मौत के बाद किशोर कांत की हरिश्चंद्र घाट पर अंत्येष्ठी की जाएगी।


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