भारतीय सेना को मिले 113 गोरखा सैनिक, 43 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद मिला गौरव
113 गोरखा रंगरूटों के जीवन में मंगलवार का दिन यादगार बन गया। गोरखा प्रशिक्षण शिविर में 43 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद ये रंगरूट भारत की गौरवशाली थल सेना के हिस्सा बन गए।
वाराणसी, जेएनएन। 113 गोरखा रंगरूटों के जीवन में मंगलवार का दिन यादगार बन गया। आज के ही गोरखा प्रशिक्षण शिविर में 43 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद ये रंगरूट भारत की गौरवशाली थल सेना के हिस्सा बन गए।
शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की
मंगलवार को परेड ग्राउंड पर नेपाली संस्कृति के अनुसार गोरखा सैनिकों को उनके परंपरागत हथियार खुखरी भेंट की गयी। उसके बाद शपथ दिलाई गयी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर हुकुम सिंह बैंसला ने परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने उद्बोधन में उन्होंने सैनिकों से कहा कि अनुशासन, शारीरिक क्षमता और लक्ष्य पर हमेशा ध्यान रखे। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति करते रहें। इस मौके पर सेना के अनेक अधिकारी, एनसीसी के कैडेट और स्कूली बच्चे मौजूद थे।
इनका रहा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
-बेस्ट इन टेक्टिस- सुमन कुंंवर
-ब स्ट इन बीबीईटी- मदन भंडारी
-बेस्ट इन फायरिंग- रंजन थापा
-बेस्ट इन ड्रिल- चित्र बहादुर ठकुरी
-बेस्ट इन बैनेट एंड खुकरी फाइटिंग- रेगन सिंखडा
- बेस्ट इन जीओसी ले. कपाडिया ट्राफी- अर्जुन थापा
- सेकेंड आल राउंड बेस्ट जनरल एनके लाहिरी पदक- पदम थापा
- आल राउंड बेस्ट गौरव तलवार- दिपेश वानीया।