भदोही जल निगम के पांच इंजीनियर समेत 11 बर्खास्त, एसआइटी जांच के बाद खुली पोल
यूपी जल निगम के पांच इंजीनियर समेत 11 ऐसे कर्मचारी सूचीबद्ध किये गये हैं जिन्होंने नियुक्ति परीक्षा के दौरान धांधली का रास्ता अपनाया।
भदोही [महेंद्र दुबे ]। शासन की सख्ती के बाद भदोही में भी भर्ती में धांधली उजागर हुई है। जिले में यूपी जल निगम के पांच इंजीनियर समेत 11 ऐसे कर्मचारी सूचीबद्ध किये गये हैं, जिन्होंने नियुक्ति परीक्षा के दौरान धांधली का रास्ता अपनाया। इन्होंने गलत ढंग से नंबर बढ़वा लिया। मामले में सबको बर्खास्त कर दिया गया है। इनकी नियुक्ति वर्ष 2016-17 में हुई थी। प्रदेश मुख्यालय से पत्र आते ही विभाग में हलचल बढ़ गई है।
जल निगम में अवर अभियंता और लिपिक पद के लिए वर्ष 2016 में विज्ञप्ति निकाली गई थी। एसआईटी की जांच में भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह दोषपूर्ण पाया पाए जाने के बाद पूर्व में जारी नियुक्ति आदेश को निरस्त कर दिया गया। इस दौरान जिले में भी अवर अभियंता और लिपिकों की नियुक्ति की गई थी। मुख्य अभियंता जल निगम का पत्र मिलते ही विभाग में हलचल बढ़ गई। पांच इंजीनियरों सहित 11 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। अधिशासी अभियंता जल निगम राम बिहारी अग्रवाल का कहना है कि यह कार्रवाई प्रर्देश स्तर से हुई है। यहां से इस मामले से कुछ भी लेना-देना नहीं है। मुख्य अभियंता का पत्र मिला है। इससे अधिक जानकारी लखनऊ से ही मिल सकती है।
दो कर्मचारी पहले ही छोड़ चुके हैं विभाग
जल निगम में अधिसंख्य अवर अभियंताओं का दूसरे जिले में स्थानांतरण हो चुका है तो दो कर्मचारी पहले से ही विभाग छोड़ चुके हैं। वह इन दिनों ङ्क्षसचाई विभाग में तैनात हैं। सरकार की इस कार्रवाई से विभाग में खलबली मची हुई है। एक साथ इतने कर्मचारियों का सेवा समाप्त होने से विभाग के अन्य कर्मचारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। वह कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। अधिकारी भी मामले की जानकारी देने से कतरा रहे हैं।