ऐसे हुआ शक्ति प्रदर्शनः उन्नाव विधायक के गांव माखी में एडीजी तक से बदसलूकी
एसआइटी के माखी गांव पहुंचने पर में सैकड़ों वाहनों से हजारों की भीड़ पहुंच गई। पूरी तैयारी से लाई भीड़ के हाथों में विधायक की बेगुनाही के पोस्टर और पंपलेट थे।
उन्नाव (जेएनएन)। दुष्कर्म पीडि़ता के पिता की पीट-पीटकर हुई हत्या के मामले में जांच के लिए माखी गांव पहुंची स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) और एडीजी के सामने बुधवार को विधायक कुलदीप सेंगर के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। एसआइटी टीम ही नहीं एडीजी राजीव कृष्णा और सपा-कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का घेराव भी किया। उनसे बदसलूकी की। समर्थकों ने पीडि़त परिवारीजन के खिलाफ नारेबाजी कर उन तक पहुंचने का प्रयास किया। हालांकि तनाव को देखते हुए मौजूद पुलिस बल ने भीड़ को तितर-बितर कर अधिकारियों और प्रतिनिधिमंडल को सकुशल बाहर निकाला। सैकड़ों वाहनों से पहुंची हजारों की भीड़ के हाथों में विधायक की बेगुनाही के पोस्टर और पंफलेट थे।
पुलिस का खुफिया तंत्र फेल
अप्रत्याशित रूप से आई हजारों की भीड़ एकत्र होने में पुलिस का खुफिया तंत्र फेल रहा। एसआइटी के साथ उन्नाव से गांव गए पीडि़ता के परिवार को किसी तरह सुरक्षा घेरे में थाने लाया गया। भीड़ ने एडीजी राजीव कृष्णा व एसआइटी का घेराव कर बदसलूकी की। अराजकता देख एडीजी ने एसपी से नाराजगी भी जताई। एसआइटी के साथ पीडि़ता के परिवार की मौजूदगी के वक्त भीड़ ने थाना घेरने की भी कोशिश की पर पीएसी जवानों ने उन्हें रोक लिया। एसआइटी बुधवार सुबह 10.15 बजे पीडि़त परिवार को लेकर पहले थाना फिर उसके घर पहुंची। एसआइटी पीडि़ता के घर पर थी, उसी दौरान वाहनों से विधायक समर्थकों का आना शुरू हो गया। कुछ ही देर में सैकड़ों वाहनों से हजारों की भीड़ थाने से लेकर गांव तक के एक किमी के दायरे में फैल चुकी थी। पीडि़ता के घर तक जा धमकी भीड़ ने विधायक के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी।
भीड़ में दूसरे गांव के लोग शामिल रहे
भीड़ में गांव के बजाय बांगरमऊ, भगवंतनगर और उन्नाव सदर विधानसभा क्षेत्र से बुलाए गए लोग थे। इन क्षेत्रों से कुलदीप सेंगर विधायक रह चुके हैं। खुद को समाजसेवी कहने वाले और विधायक के आगे-पीछे घूमने वाले भी भीड़ में शामिल होकर नारेबाजी से भीड़ को उकसाने की कोशिश कर रहे थे। मीडिया को अपशब्द कहकर गलत खबर देने का आरोप लगा धमका रहे थे।
हनक दिखाने को बुना था तानाबाना
विधायक के समर्थन में जुटाई गई भीड़ को देख लोगों में चर्चा रही कि विधायक और उनके समर्थकों ने हनक दिखाने के लिए प्रदर्शन शुरू कराया।
बंद कमरे में डॉक्टरों के बयान
एसआइटी में शामिल क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अवधेश कुमार पांडेय बुधवार दोपहर करीब दो बजे सीएमओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने सीएमओ से पोस्टमार्टम रिपोर्ट की छायाप्रति लेकर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के नामों की जानकारी लेकर बयान के लिए बुलाने को कहा। सीएमओ डॉ. एसपी चौधरी ने सीएमएस को इसकी जानकारी देकर डॉक्टरों को रोकने को कहा। करीब दो घंटे तक इंस्पेक्टर इलाज के संबंध में डॉक्टरों से पड़ताल करते रहे।