मनरेगा मजदूरी नहीं मिलने से नाराज मजदूरों का हंगामा
मनरेगा मजदूरी नहीं मिलने से आक्रोशित श्रमिकों ने काम बंद कर प्रधान के खिलाफ नारेबाजी की तो ब्लाक में हंगामा किया। साथ ही समस्या से डीएम को फोन पर अवगत कराया। बाद में सचिव के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।
संवाद सूत्र, बिछिया : मनरेगा मजदूरी नहीं मिलने से आक्रोशित श्रमिकों ने काम बंद कर प्रधान के खिलाफ नारेबाजी की तो ब्लाक में हंगामा किया। साथ ही समस्या से डीएम को फोन पर अवगत कराया। बाद में सचिव के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।
ब्लाक के मैता गांव में मनरेगा के तहत एक तालाब की खुदाई का काम बीते तीन सप्ताह से चल रहा है। श्रमिकों का भुगतान बैंक खाते में न भेजे जाने पर उनके सामने भुखमरी का संकट पैदा हो गया है जिसके चलते गुरुवार सुबह गांव के करीब 110 श्रमिकों ने ग्राम प्रधान से भुगतान की बात कही द्य जिस पर ग्राम प्रधान ने जवाब में कहा काम करना है करो वरना भाग जाओ मनरेगा की मजदूरी कभी कभी मर जाती है। इस पर आक्रोशित श्रमिकों ने काम को बंद कर हंगामा करना शुरू कर दिया। किसी श्रमिक ने इसकी जानकारी डीएम को दी। वहीं मौके पर एक घंटे तक कोई जिम्मेदार न पहुंचने पर श्रमिकों ने पैदल मार्च कर ब्लॉक कार्यालय पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। ब्लॉक में जिम्मेदारों के न मिलने पर मौजूद गांव के सचिव महेश चंद्र ने उन्हें समझा बुझा कर मामला शांत कराना चाहा। वहां पर आक्रोशित श्रमिकों मे ज्ञानकुमारी, जगदेई, महादेव, सुनील व सुखलाल ने बताया इसके पूर्व भी शौचालय के काम मे सोलह दिन की मजदूरी नहीं मिली है। 22 दिन काम करने के बावजूद बैंक खाते मे मजदूरी न भेजे जाने से परिवार भुखमरी की कगार पर हैं।