ट्रेलर ने अधेड़ को रौंदा, पुलिस ने छीना शव
जागरण संवाददाता, उन्नाव : उन्नाव-हरदोई मार्ग पर शहर के मोहल्ला दारोगाखेड़ा के पास ट्रेलर
जागरण संवाददाता, उन्नाव : उन्नाव-हरदोई मार्ग पर शहर के मोहल्ला दारोगाखेड़ा के पास ट्रेलर ने बाइक सवार युवक को रौंद दिया, जबकि पीछे बैठा भांजा बाल-बाल बच गया। घटना के बाद वाहन छोड़कर चालक के भागने से भीषण जाम लग गया। गुस्साए परिजनों द्वारा शव उठाने के विरोध पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए शव छीनकर पोस्टमार्टम को भेजा। करीब एक घंटे जाम से यातायात ठप रहा।
मूलत: बांगरमऊ के अटवा बैक गांव निवासी नरेश (55) वर्तमान में परिवार के साथ शहर के मोहल्ला उम्मीदों का शहर में रहकर रस्सी और पन्नी बेचने का काम करता था। सोमवार दोपहर एक बजे करीब वह अपने भांजे शेखर के साथ किसी काम से मोहल्ला मोतीनगर जा रहा था। दारोगाखेड़ा मोहल्ला के पास हरदोई की ओर जा रहे ट्रेलर की टक्कर से बाइक गिर गई और नरेश टायर के नीचे चला गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जबकि सड़क के दूसरे छोर पर गिरने से भांजा शेखर बाल-बाल बच गया। सूचना पर पहुंचे परिजन शव देख बदहवास हो गए। हादसे और जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजना चाहा पर परिजनों ने शव उठाने नहीं दिया। इसी बीच पहुंचे शहर कोतवाल अरुण द्विवेदी और सदर चौकी प्रभारी शालिनी सहांय ने मदद का भरोसा दिला परिजनों को शांत करने का प्रयास किया। परिजनों के बढ़ते विरोध को देख पुलिस ने बल प्रयोग कर शव छीना और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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पेश की मानवता की मिसाल
- मौके पर पहुंची सदर चौकी प्रभारी शालिनी सहाय ने मृतक के भांजे शेखर को बेहोश देख वहां मौजूद सिपाहियों से उसे उठाकर अस्पताल पहुंचाने को कहा। सभी सिपाही कोना ताकने लगे, तो महिला दारोगा उसे उठाने लगी, इसी बीच पीछे खड़े पीआरवी के सिपाही शिवदत्त वहां पहुंचे और बेहोश शेखर को गोद में उठाकर भीड़ से बाहर लाकर ई-रिक्शा से जिला अस्पताल ले गए। महिला दारोगा और सिपाही सुदीप की मानवता को देख हर कोई सराह रहा था।