कूड़ा निस्तारण का रोड़ा, लगाएगा साख को बट्टा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : स्वच्छता सर्वेक्षण में रै¨कग बनाने के लिए दावे हो रहे हैं लेकिन ह
जागरण संवाददाता, उन्नाव : स्वच्छता सर्वेक्षण में रै¨कग बनाने के लिए दावे हो रहे हैं लेकिन हकीकत जुदा है। हर दिन 45 टन कूड़ा सड़क किनारे डाला जा रहा है, ऐसे में 417वें स्थान की रै¨कग से आगे बढ़ना एक चुनौती सरीखा है। इस बार के सर्वेक्षण में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट व कूड़ा निस्तारण पर अधिक बटोरने होंगे।
नगर पालिका की जो वर्तमान स्थित है उसमें कूड़ा निस्तारण की कोई योजना नहीं है। कूड़ा एक अस्थाई डं¨पग ग्राउंड पर डंप किया जाता है। जबकि स्वच्छ सर्वेक्षण में डं¨पग की अलग व्यवस्था नहीं होने से 1250 कटने का खतरा है। यह अंक रै¨कग में तस्वीर बदलने का काम करेंगे। 31 जुलाई तक स्वच्छ सर्वेक्षण होना है और नगर पालिका प्रशासन ने इसकी कवायद भी शुरू कर दी है। वार्डों में सफाई कर्मी कूड़े का उठान कर रहे हैं, वहीं लोगों का जागरूकता के लिए वॉल पे¨टग कराई जा रही है।
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इस बार चार ¨बदुओं पर सर्वे
स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार तीन से बढ़कर चार घटक हो गए हैं। पहले घटकों के अंक 4000 थे। इसमें सेवा स्तर प्रगति 35 प्रतिशत, प्रत्यक्ष अवलोकन 30 प्रतिशत और नागरिक प्रतिक्रिया 35 प्रतिशत का भाग था। इस बार प्रत्यक्ष अवलोकन 25 प्रतिशत, नागरिक प्रतिक्रिया 25 प्रतिशत, सेवा स्तर प्रगति 25 प्रतिशत और प्रमाणीकरण 25 प्रतिशत का हिस्सा होगा।
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सड़क किनारे डंप कूड़ा हो रहा डंप
स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर पालिकाओं और नगर निकायों के कूड़ा निस्तारण व्यवस्था को भी ठीक से परखा जाएगा। वहीं उन्नाव शहर का हाल यह है कि शहर का सारा कूड़ा हरदोई-उन्नाव रोड पर सड़क किनारे डंप हो रहा है। कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है।
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हुसैनगंज में प्रस्तावित है डं¨पग यार्ड
नगर पालिका के कूड़े को कंप करने के लिए हुसैनगंज में डं¨पग यार्ड प्रस्तावित है। इसके लिए जगह भी दी जा चकी है लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने इसे अभी तक डं¨पग ग्राउंड नहीं बनाया है।
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सेवा स्तर का बुराहाल
रै¨कग में सेवा स्तर की प्रगति को मुख्य रूप से देखा जाएगा। नगर पालिका में हाल यह है कि सड़क पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं तो वहीं आवारा मवेशी बवाल-ए जान बने हैं। पशुओं की धरपकड़ का कोई अभियान नहीं चलाया गया है। स्ट्रीट लाइट व्यवस्था भी जस की तस है।