जिंदगी के पल छीनकर मौत बांट रहा धूमपान
जागरण संवाददाता उन्नाव नो स्मोकिग डे पर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने धूम्रपान को स्वास्थ्य के लिए ह
जागरण संवाददाता, उन्नाव : नो स्मोकिग डे पर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने धूम्रपान को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया। सेहत को होने वाले खतरे गिना लोगों को धूमपान न करने की सलाह दी। यहां तक बताया कि धूमपान हर पल जिदगी छीनने का काम करता है। इससे नहीं बचे तो फेफड़ा तो जाएंगे ही टीबी और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी घेर लेंगी। चिकित्सकों ने सलाह के साथ ही लोगों को धूमपान निषेध का संकल्प दिलाया। हस्ताक्षर अभियान में बड़ी संख्या में लोगों ने स्मोकिग से दूर रहने का संकल्प लिया।
ने स्मोकिग डे पर बुधवार को सीएमओ कार्यालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। सीएमओ ने गोष्ठी में मौजूद लोगों को धूम्रपान से दूर रहने और अन्य लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने बताया कि तम्बाकू के सेवन और धूमपान से देश में प्रति वर्ष करीब 10 लाख लोगों की मृत्यु हो रही है। सर्वे के अनुसार प्रतिदिन करीब 5500 युवा किसी न किसी रूप में तम्बाकू एवं धूमपान का सेवन करते हैं। भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 लोग तंबाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं। लोगों को जागरूक करके इन होने वाली मौतों को रोका जा सकता है। उन्होनें तंबाकू के सेवन से सेहत को पहुंचने वाले नुकसान का प्रचार-प्रसार करने को कहा। उन्होनें शपथ दिलाई कि हम धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पाद का सेवन नहीं करेंगे। बच्चों एवं समाज को तम्बाकू से दूर रखेंगे। इसके साथ-साथ फ्लैक्स बैनर पर हस्ताक्षर कर इस वर्ष की थीम तंबाकू और फेफड़ा स्वास्थ्य'' के संदेश को अनवरत प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया। नोडल अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सारंग, प्रज्ञा एवं स्वास्थ्य शिक्षा सूचनाधिकारी लालबहादुर यादव ने तम्बाकू नियन्त्रण अधिनियम 2003 का पालन करने एवं जुर्माना अथवा दंड के प्राविधानों की जानकारी दी। जिला चिकित्सालय में पपेट शो के माध्यम से तम्बाकू से होने वाली हानियों को बताया गया। गोष्ठी में एसीएमओ डॉ. एके रावत, डॉ. तन्मय कक्कड़, डॉ. आरके गौतम, नीरज निगम, सोमनाथ तिवारी इन्तजार अहमद, ज्याति भूषण पाण्डेय, पूजा त्रिपाठी, सुरेश गौतम, अविरल श्रीवास्तव, मनिदर सिंह, फरजा़न अहमद आदि शामिल रहे। संचालन लाल बहादुर यादव ने किया।