प्रशासन की सख्ती से बाजारों में रहा सन्नाटा
जागरण सवांददाता उन्नाव लॉकडाउन के दूसरे दिन भी प्रशासन की सख्ती बरकरार रही। जिसमें
जेएनएन, मेरठ। शिवरात्रि में शिवालयों में विराजमान भोलेनाथ का अभिषेक तो दूर दर्शन के लिए भी श्रद्धालु तरस गए। औघड़नाथ मंदिर समेत शहर के मुख्य मंदिरों में पुलिस तैनात रही और श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिला। छोटी कालोनियों और गली-मोहल्लों के मंदिरों में जरूर लोगों ने अभिषेक किया। अधिकतर श्रद्धालुओं में घर पर ही मानस पूजन किया। व्रत रखा और भोले की आराधना की। जिन लोगों ने घरों के पूजा कक्ष में शिवलिग स्थापित कर रखे हैं, उनके यहां पास-पड़ोस की महिलाएं अभिषेक के लिए पहुंचीं। औघड़नाथ मंदिर की चार ओर से घेराबंदी
शिवरात्रि पर भी औघड़नाथ मंदिर की ओर जाने वाली सड़कें सूनी थीं। पुलिस ने हर साल की तरह घेराबंदी कर रखी थी। पिछले वर्षो में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरियर लगाए जाते थे वहीं इस बार श्रद्धालुओं को रोकने के लिए बैरिकेडिग की गई। मंदिर मार्ग, शनि बालाजी धाम मंदिर के पास, दर्शन एकेडमी के पास, एमएच रोड पर और नैंसी चौराहे पर बैरियर लगे थे। सब स्थानों पर पुलिस मुस्तैद थी। हर आने-जाने वाले से पूछताछ हो रही थी। सुबह के समय जब बाहर से ही दर्शन करने के लिए लोग पहुंचे तो उन्हें लौटा दिया गया। शिवरात्रि पर लोगों को दूर से भी दर्शन करने का अवसर नहीं मिला। श्रद्धालुओं के न आने से दोपहर में गर्भगृह के कपाट बंद थे। केसरगंज स्थित झाड़खंडी महादेव मंदिर, न्यू मोहनपुरी स्थित दयालेश्वर महादेव मंदिर, नई सड़क स्थित भोलेश्वर महादेव मंदिर, बागपत गेट शिव मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लगा रहा। मंदिरों के पुजारी, उनके परिवार के सदस्य और सुबह के समय पहुंच गए कुछ श्रद्धालुओं ने अभिषेक किया। आम श्रद्धालु को बाहर से ही लौटा दिया गया। जलाभिषेक के लिए लगाए जा रहे पाइप को हटाया
सदर बिल्वेश्वर महादेव मंदिर में पुलिस ने सुबह पहुंचकर दूर जलाभिषेक के लिए लगाए जा रहे पाइप को हटा दिया। पुजारी को किसी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश न देने की हिदायत दी। दोपहर में भी पुलिसकर्मी मंदिर के प्रवेश द्वार पर डटे रहे। औघड़नाथ मंदिर में पुजारी श्रीधर त्रिपाठी ने और बिल्वेश्वर महादेव मंदिर में हरिश चंद्र जोशी ने स्वयं भू-शिवलिग का पूजन किया। बिल्व-पत्र, पुष्प, धतूरा आदि अíपत कर अभिषेक किया। दिल्ली रोड स्थित सुपरटेक बहुमंजिली आवासीय कालोनी में पुलिस ने मंदिर छह बजे पूजा-पाठ के बाद बंद करा दिया।
सदर धर्मपुरी में गुरु गोरखनाथ के अनुयायियों ने भगवान शिव का पूजन घर में किया। गौरवनाथ ने घर में बर्फ का शिवलिग बना कर अभिषेक किया।