मददगार बनकर पहुंचे और शुरू की लूटपाट
हाइवे पर बलिया डिपो की बस के हादसे का शिकार होने के बाद घायलों का शोर सुन उनकी मदद को पहुंचे लोगों ने ऐसा काम किया जो पूरी तरह शर्मसार करने वाला था। मदद की जगह लोगों ने लूटपाट मचा दी। घायलों के साथ मृतकों की जेब में जो मिला लूट लिया। बैग समेत अन्य सामान साथ उठा ले गए।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : हाईवे पर बलिया डिपो की बस के हादसे का शिकार होने के बाद घायलों का शोर सुन उनकी मदद को पहुंचे लोगों ने ऐसा काम किया जो पूरी तरह शर्मसार करने वाला था। मदद की जगह लोगों ने लूटपाट मचा दी। घायलों के साथ मृतकों की जेब में जो मिला लूट लिया। बैग समेत अन्य सामान साथ उठा ले गए। लूटपाट के चलते मैनपुरी के मृत दंपती की घंटो पहचान नहीं हो पाई। एक घायल महिला मददगार बनकर पहुंचे लोगों की करतूत उजागर कर सिसक पड़ी।
शुक्रवार सुबह सोहरामऊ के पास बस हादसे में घायल हुई महिला वैष्णवी साहू ने बताया कि जिस समय हादसा हुआ, कई यात्री नींद में थे। तेज आवाज के साथ चीख-पुकार की आवाजें गूंज उठीं। बस के बाईं ओर का हिस्सा गायब होने के साथ किसी का सिर फट गया तो किसी के हाथ और पैर। दर्द से कराह रहे लोग सिर्फ मदद की गुहार कर रहे थे। इसी बीच पांच-छह लोग वहां पहुंचे और बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने लगे। यात्रियों को लगा कि यह लोग उन्हें अस्पताल पहुंचा देंगे पर कुछ ही देर में यात्रियों ने मृत दंपती समेत अन्य गंभीर रूप घायलों का सामान भी उन्होंने लूट लिया। जेब से पर्स निकालने के साथ जो मिला लेकर चले गए। उनके जाने के कुछ देर बाद पुलिस पहुंची और सभी को बस से निकलकर सीएचसी ले गई। यहां मृत दंपती के पास कुछ न मिलने से पहचान नहीं हो सकी। घंटों पुलिस को पहचान के लिए जूझना पड़ा। टीवी चैनल पर बस हादसे की जानकारी पर पहुंचा बेटा
दोपहर बाद मृत दंपती राजबहादुर और किरन का बेटा सौरभ थाना सोहरामऊ पहुंचा। जहां पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम ले जाकर माता-पिता की पहचान कराई। उसने बताया कि लखनऊ आने पर पिता ने फोन कर जल्द घर पहुंचने की बात उससे कही थी। इसके बाद फोन लगातार बंद जाने पर परेशान हो गया। इसी बीच टीवी चैनल पर बस हादसे की उसे जानकारी मिली, जिस पर वह यहां पहुंचा। बताया कि उसके माता-पिता आजमगढ़ में साले के साले की शादी में गए थे।जहां से वापस घर लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गए। माता-पिता का शव देख वह और उसका भाई राजेश फफक पड़ा।